मध्य प्रदेश में
विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के मौजूदा
विधायक बृजेंद्र सिंह रघुवंशी ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। बृजेंद्र
सिंह रघुवंशी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को लिखे पत्र में कहा, भारी मन से आज मैं भाजपा और प्रदेश कार्यसमिति की स दस्यता से इस्तीफा दे
रहा हूं। मैं पिछले पांच साल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी चिंताएं
व्यक्त कर रहा हूं। लेकिन,
उन्होंने कुछ नहीं किया।
शिवपुरी में हुई भ्रष्ट अधिकारियों की नियुक्ति- विधायक रघुवंशी
शिवपुरी जिले की
कोलारस विधानसभा सीट से विधायक रघुवंशी ने अपने आधिकारिक लेटर-पैड में आरोप लगाया
कि जब से ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हुए हैं, उन्हें पार्टी
से अलग कर दिया गया है।रघुवंशी ने अपने पत्र में लिखा, कोलारस और
शिवपुरी में भ्रष्ट अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। यह ज्योतिरादित्य सिंधिया के
इशारे पर हो रहा है। मेरे समर्थकों को लगातार परेशान किया जा रहा है।उन्होंने कहा, सिंधिया यह दावा करते हुए भाजपा में शामिल हुए थे कि कांग्रेस किसानों से
किए गए वादों को पूरा करने में विफल रही। पत्र में कहा गया, हालांकि, भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने किसानों के बारे में कुछ नहीं कहा।
मुझे 2014 से पार्टी के लिए ईमानदारी से काम करने के कारण दरकिनार
कर दिया गया है।
रघुवंशी ने लगाया आरोप
रघुवंशी ने यह भी आरोप
लगाया, भाजपा सरकार में कमीशनखोरी फल-फूल रही है और जब सवाल
किया जाता है तो ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के प्रभारी मंत्री कहते हैं कि मंदिर में
प्रसाद तो चढ़ाना ही पड़ेगा।उन्होंने आगे आरोप लगाया कि शिवपुरी और राज्यभर में
सहकारी बैंकों में जमा किसानों का पैसा नेताओं और अधिकारियों के मजबूत गठजोड़ ने
हड़प लिया है।