मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को यहां सड़क पर अचानक उनके वाहनों के काफिले के सामने आई एक युवती को कैंसर से जूझ रही उसकी मां की मदद करने का आश्वासन दिया है।
चौहान भाजपा की संस्थापक सदस्य रहीं ग्वालियर की राजमाता विजया राजे सिंधिया के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर उन्हें श्रृद्धांजलि देने उनकी समाधि स्थल अम्मा महाराज की छत्री जा रहे थे। इस दौरान यहां सड़क पर उनके वाहनों के काफिले के सामने नीतू माहौर आ गई।
अचानक सामने आई युवती को देखकर मुख्यमंत्री ने कार रुकवाई और उसका मोबाइल नंबर लेकर मदद का आश्वासन दिया। युवती अपनी मां के इलाज के लिए मदद मांगने आई थी।
इस बारे में युवती नीतू माहौर ने बताया कि उसकी मां को चौथे चरण का कैंसर है और पहले उसने निजी अस्पताल में इलाज कराया था, लेकिन अब कैंसर लिवर तक पहुंच गया है और ग्वालियर के अस्पताल में इलाज संभव नहीं है।
इसलिए वह मदद मांगने के लिए मुख्यमंत्री तक पहुंच गई। नीतू ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री को बता दिया है कि अब मेरी मां का इलाज दिल्ली या मुंबई के अस्पताल में ही हो सकता है। युवती ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने मेरी बात को सुना और मेरा मोबाइल नंबर लेकर मदद का आश्वासन दिया है।’’