रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को बेंगलुरु में पूर्व सैनिक दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, हम शांति और मित्रवत संबंध चाहता है क्योंकि यह हमारे खून और संस्कृति में है, लेकिन अगर कोई महाशक्ति हमारे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाना चाहती है तो हमारे सैनिक मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा, मकर संक्रांति पर अन्नदाताओं का सम्मान किया जाता है। यानी 14 जनवरी जय जवान और जय किसान दोनों के प्रति एक सम्मान व्यक्त करने का दिन है। हम देश के सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी में एक कहावत है कि ‘वन्स अ सोल्जर, ऑलवेज अ सोल्जर’। भले ही इस समय आप लोग सीमा पर न हों, भारत में आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। समाज आपसे प्रेरणा लेता है। आपके अनुभव का लाभ इस देश को मिल सकता है।
भारत और चीन के बीच गतिरोध के दौरान हमारे सैनिकों ने अदम्य साहस और धैर्य का परिचय दिया और यदि उसका वर्णन किया जाए तो हर भारतीय गौरव महसूस करेगा। उन्होंने कहा, हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन अगर कोई महाशक्ति हमारे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाना चाहती है तो हमारे सैनिक मुहंतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अब सरकार ने देश में रक्षा सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 83 तेजस विमान की मैन्युफैक्चरिंग का ऑर्डर HAL को दिया गया है। इस निर्णय से देश में करीब 50,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि मेरा हमेशा प्रयास रहता है कि देश के पूर्व सैनिकों के लिए मैं हमेशा कुछ न कुछ करूं। हालांकि, आप लोगों के द्वारा किए गए सेवाओं की कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती है, पर सरकार का हमेशा प्रयास रहता है कि वह आप के और आपके परिवार के सम्मान और देखभाल में जितना हो सके वह करे।