झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ED (प्रवर्तन निदेशालय) के समन पर गुरुवार को भी उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने ED को एक बार फिर लिखित संदेश भेजा है। यह लगातार दूसरी बार है, जब सोरेन ED के बुलावे पर नहीं पहुंचे। माना जा रहा है कि वे ED के खिलाफ अदालत में अपील करेंगे। उन्होंने 14 अगस्त को ED को पत्र लिखकर भेजे गए समन को राजनीति से प्रेरित एवं गैरकानूनी बताया था और समन वापस लेने को कहा था। सीएम ने पत्र में लिखा था कि ऐसा न होने पर वे कानून का सहारा लेने को बाध्य होंगे।
सीएम सचिवालय के विशेष दूत ने दोपहर लगभग दो बजे सीलबंद लिफाफे में सीएम का लिखित संदेश ED के दफ्तर को सौंपा। बता दें कि ED ने उन्हें दो बार समन भेजकर रांची स्थित दफ्तर में हाजिर होकर अपनी संपत्ति के ब्यौरे पर बयान रिकॉर्ड कराने को कहा था। पहले समन में उन्हें 14 अगस्त को उपस्थित होने को कहा गया था। इस दिन उपस्थित होने के बदले उन्होंने ED के असिस्टेंट डायरेक्टर को पत्र लिखा।
इसके बाद भी ED ने उन्हें दूसरा समन भेजकर 24 अगस्त को उपस्थित होने को कहा था। इसे लेकर रांची के एयरपोर्ट स्थित ED दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई थी। दोपहर तक सीएम के पहुंचने का इंतजार होता रहा, लेकिन पिछली बार की तरह सीएम सचिवालय की ओर से ED को चिट्ठी भेजी गई है। चिट्ठी के मजमून के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।
ED के असिस्टेंट डायरेक्टर को लिखी गई पिछली चिट्ठी में सोरेन ने कहा था कि समन में ऐसी किसी भी बात का जिक्र नहीं है जिससे मेरे खिलाफ संपत्ति को लेकर जांच की संभावना बनती हो। जहां तक संपत्ति की बात है तो इससे जुड़ी तमाम जानकारी इनकम टैक्स रिटर्न में समय-समय पर दी जाती रही है।सीएम ने यह भी कहा था कि अगर ED को किसी ऐसे कागजात की जरूरत है, जिसका जिक्र पूर्व में नहीं किया गया है तो वह मुहैया कराने को तैयार हैं।