लोकसभा चुनाव के राजनीतिक पार्टियां सभी वर्गो के वोटरों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास में लगी है। इसके मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज महाराष्ट्र के पुणे में छात्रों से सीधा संवाद करने पहुंचे। इस दौरान कई छात्रों ने राहुल गांधी से खुलकर सवाल जवाब किए। राहुल ने न्याय योजना (72 हजार रुपये सालाना) पर कहा कि इसके लिए मध्यम वर्ग से पैसा नहीं लिया जाएगा और आयकर भी नहीं बढ़ाया जाएगा।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भारत में प्रति घंटे करीब 27 हजार नौकरियां कम हो रही हैं। वहीं, कांग्रेस ने सभी पक्षकारों से बात करने के बाद चुनावी घोषणापत्र तैयार किया है। राहुल गांधी ने छात्रों के बीच कहा कि अनुभव से हिम्मत आई है। मैं कमजोर लोगों के लिए खड़ा हूं।
न्याय योजना से प्रधानमंत्री और बीजेपी नेताओं में बौखलाहट : कांग्रेस
कांग्रेस अध्यक्ष ने वादा किया कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आयी तो संसद, विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित की जाएगी। उन्होंने कहा कि योजना के लिए कोष जुटाने के सिलसिले में सारा हिसाब लगा लिया गया है।
वहीं, इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि अगर उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में आई तो राफेल सौदे की जांच की जाएगी। इस दौरान एक छात्र ने राहुल गांधी से पूछा कि न्याय योजना का फंड कहां से आएगा? उन्होंने कहा कि हम नीरव मोदी, अनिल अंबानी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या से पैसे लेकर गरीबों को देंगे।
उन्होंने कहा कि महत्वाकांक्षी ‘न्याय योजना’ को विशेषज्ञों से विचार-विमर्श करने के बाद ही अंतिम रूप दिया गया। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो योजना के तहत गरीब भारतीय परिवारों के खाते में वार्षिक 72 हजार रुपये जमा कराए जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि विशेषज्ञों से बात करने के बाद ही न्याय योजना के तहत गरीब परिवारों को 72 हजार रुपये वार्षिक देने का वादा किया गया है।