नयी दिल्ली : कर्नाटक में अपने कुछ विधायकों के पाला बदलने से जुड़ी अटकलों को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि राज्य की कांग्रेस-जद(एस) सरकार ‘पहले भी स्थिर थी, है और आगे भी रहेगी।’ पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर संवाददाताओं से कहा, ‘‘कर्नाटक में गठबंधन सरकार स्थिर थी, स्थिर है और आगे भी स्थिर रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा को ‘खरीद-फरोख्त करने’ की बजाय मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए ताकि आगे के चुनाव में वह बेहतर कर सके। उधर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस- जद (एस) की सरकार को ‘‘अस्थिरता’’ का कोई सवाल नहीं है । इसके साथ ही उन्होंने इन खबरों को भी खारिज किया जिनमें कहा गया है कि भाजपा उनकी सरकार को गिराने के लिए कथित रूप से ‘‘आपरेशन कमल’’ चला रही है।
दरअसल, इस तरह की अटकलें हैं कि कि छह से आठ कांग्रेस विधायक भाजपा के पाले में जाने को तैयार बैठे हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि इनमें से कुछ के साथ संपर्क ही नहीं हो पा रहा है। कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों के तालमेल से जुड़े कुमारस्वामी के एक बयान पर खेड़ा ने कहा, ‘‘जब गठबंधन को लेकर बातचीत होती है तो कुछ ऊपर-नीचे की बातें होती हैं। लोग बातें करते हैं। आप देखिए कि शिवसेना किस तरह की बातें कर रही है। इस तरह की चीजें होती हैं।’’
गौरतलब है कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगियों कांग्रेस और जदएस के बीच लोकसभा चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर बातचीत से पहले कुमारस्वामी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनकी पार्टी के साथ ‘तीसरे दर्जे के नागरिकों’ जैसा व्यवहार ना किया जाए और भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने के लिए दोनों साझेदारों को समन्वयवादी रुख अपनाना होगा।