मध्य प्रदेश के छतरपुर में 10वीं कक्षा के एक छात्र ने ऑफलाइन परीक्षा से तनाव में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पिछले 2 सालों से ऑनलाइन चल रही पढ़ाई के बाद ऑफलाइन परीक्षा को लेकर छात्र तनाव में आ गया था। दरअसल, कोरोना संक्रमण के चलते देश में पिछले 2 सालों से स्कूल की पढ़ाई ऑनलाइन चल रही है। लेकिन वायरस के कम होते मामलों को देखते हुए एक बार फिर स्कूल खुल गए हैं।
कोतवाली थाना प्रभारी अनूप यादव ने बताया कि 17 वर्षीय लड़के ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को हनुमान तोरिया क्षेत्र स्थित अपने घर में यह कदम उठाया। मृतक छात्र के चाचा अनुपम ताम्रकार ने पत्रकारों को बताया कि ‘‘लड़के की मंगलवार को गणित की परीक्षा थी। वह घर में अलग कमरे में सो रहा था और परीक्षा के दिन उठने के लिए उसने सुबह पांच बजे का अलार्म लगाया था। सुबह जब अलार्म बजता रहा तो लड़के के परिवार के सदस्य उसके कमरे में गए और उसे छत से दुपट्टे से लटका हुआ पाया।’’
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मृतक के पिता अमित ताम्रकर ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लागू प्रतिबंधों के चलते लड़का पिछले दो सालों से ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर रहा था लेकिन अब उसे ऑफलाइन माध्यम से परीक्षा देने को कहा गया। उन्होंने दावा किया कि परीक्षा प्रारूप में अचानक हुए इस बदलाव से वह अवसाद में चला गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि लड़के द्वारा आत्महत्या करने के पीछे सही कारण का पता लगाने के लिए मामले की जांच की जा रही है।