मध्य प्रदेश और गुजरात कांग्रेस में मची उथलपुथल के बीच शिवसेना ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “राजनीतिक वायरस” विपक्षी पार्टियों की अगुवाई वाली सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। हालांकि शिवसेना ने बीजेपी का नाम न लेते हुए यह बात कही।
बीजेपी पर तंज कसते हुए शिवसेना ने कहा कि ‘‘राजनीतिक वायरस’’ विपक्षी पार्टी के सदस्यों में विद्रोह की भावना भड़काकर विपक्ष नीत सरकारों को गिराने का प्रयास देश में तबाही मचा रहा है लेकिन यह महाराष्ट्र में बेअसर साबित हुआ। शिवसेना ने कहा, “कोरोना वायरस देश में तबाही मचा रहा है।
मध्य प्रदेश : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को फिर लिखा पत्र, कही ये बात
मध्य प्रदेश में सोमवार को नजर आया सियासी ड्रामा किसी वायरस से कम नहीं था।” कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पार्टी से अलग होकर बीजेपी में चले जाने और मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफा सौंपने के बाद राज्य में पिछले आठ दिनों से राजनीतिक संकट पैदा हो गया है।
कांग्रेस और बीजेपी में जारी सत्ता की खींचतान के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ने राज्य के राज्यपाल लालजी टंडन के सोमवार को ही विश्वास मत कराने के निर्देशों का उल्लंघन किया जिसके बाद बीजेपी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।
संपादकीय में कहा गया, “विद्रोह भड़का कर विपक्षी पार्टियों की सरकार गिराने की कोशिश करने वाला राजनीतिक वायरस देश में तबाही मचा रहा है। यह वायरस अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मणिपुर, कर्नाटक और अन्य राज्यों में असर दिखाता दिखा है। हालांकि यह महाराष्ट्र में अप्रभावी साबित हुआ और असल में यह प्रयोग उल्टा ही पड़ गया।”