लुधियाना : आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के सीनियर नेता और विरोधी पक्ष के नेता एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर बेअदबियों और बहिबल कलां गोली कांड के आरोपी बादल पिता-पुत्र, पर्वू डीजीपी सुमेध सैनी और अन्यों को सीधे तौर पर बचाने का आरोपी दोहराते हुए कहा कि आरोपियों के विरुद्ध तुरंत और सख्त कार्यवाही की बजाए मुख्य मंत्री की तरफ से दिखाई गई सुसती का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने कानूनी पैंतरों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। कुछ पुलिस अफसरों की तरफ से माननीय हाईकोर्ट में जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट को ही चुनौती दे दिया है, कैप्टन की आरोपियों प्रति हमदर्द पहुंच का नतीजा है।
आप मुख्य दफ्तर द्वारा जारी प्रैस ब्यान में हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि हम पिछले लंबे समय से कैप्टन अमरिन्दर सिंह से अपील-फरियाद करते आ रहे हैं कि बेअदबियों और बहबल कलां कांड के दोषियों के विरुद्ध बिना देरी नये सिरे से मुकदमा दर्ज कर उनको गिरफ्तार किया जाये, क्योंकि पहले जस्टिस जोरा सिंह की रिपोर्ट में संकेतक और अब जस्टिस रणजीत सिंह कमीशन की रिपोर्ट में साफ और स्पष्ट रूप में प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, मनतार सिंह बराड़, गगनदीप सिंह बराड़, सुमेध सैनी और कई पुलिस अफसरों और अन्यों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्यवाही के लिए एक नहीं अनेक आधार और तथ्य सबूत हैं।
खुद कांग्रेसी विधायक और मंत्री विधान सभा के अंदर और बाहर मुख्य मंत्री से झोलियां फैला कर और हाथ बांध कर आम आदमी पार्टी के नेताओं की फरियाद को दौहरा रहे थे, परंतु मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर रत्ती भर भी प्रभाव नहीं पड़ा। इस मामले में कैप्टन साहिब ने हमारी दलीलों-अपीलों को रद्द कर बादलों के साथ अपनी सांझ हिस्सेदारी निभाई, जिस का नतीजा आज सब के सामने है।
हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि दोषियों को जानबुझ कर खुला समय दिया जा रहा है। भाग दौड़ और जोड़तोड़ के लिए खुला छोड़ा हुआ है। गवाह मुकराए जा रहे हैं। सबूत कमजोर किये जा रहे हैं और मिटाए जा रहे हैं। यह सब बादलों और कैप्टन अमरिन्दर सिंह की मिलीभुगत के साथ हो रहा है। चीमा ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को चेतावनी दी है कि यदि वह बेअदबी और बहबल कलां कांड के गुनाहगारों को बचाने से बाज न आए तो न सिर्फ पंजाब के लोगों बल्कि इतिहास ने भी उन को कभी माफ नहीं करना।