ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम ने मैच गंवा कर लगातार 10 मैच जीतने का सपना भी टूट गया। 335 रनों का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 21 रनों से हारी। हालांकि भारत अभी भी सीरीज़ में 3-1 से आगे है। लेकिन इस मैच में विराट कोहली वनडे क्रिकेट में बतौर कप्तान सबसे तेज दो हजार रन पूरे करने वाले क्रिकेटर बने। विराट ने जैसे ही मैच में 13 रन पूरे किए, उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली। विराट ने बतौर कप्तान 39 वनडे मुकाबले खेले हैं और अब उनके नाम 2008 रन हैं। विराट कोहली से पहले इस सूची में नाम दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स का है जिन्होंने 41 वनडे पारियों में 2000 रन पूरे किए थे। 2009 में भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 48 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। इस मैच में भारतीय टीम से कुछ गलतियां हुईं जो हार का कारण बनीं। इन पर एक नज़र डालते हैं…
1. विकेट को तरसे स्पिनर
सीरीज़ में अभी तक स्पिनरों ने कमाल किया है लेकिन बंगलुरु की फ्लैट पिच पर स्पिनर फेल रहे। अक्षर पटेल और यजुवेंद्र चहल को एक भी विकेट नहीं मिल पाया। दोनों गेंदबाजों ने मिलकर 120 रन लुटाए। अक्षर ने 10 ओवर में 66 रन दिए तो चहल ने 8 ओवरों में 54 रन खर्च किए। हालांकि, एक ब्रेकथ्रू पार्टटाइम स्पिनर केदार जाधव ने भारतीय टीम को दिलवाया था।
2. रोहित शर्मा का रनआउट होना
रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया को शानदार शुरुआत दिलवाई। लेकिन पहले रहाणे अपना विकेट गंवा बैठे उसके बाद विराट कोहली और रोहित के बीच हुई गलती टीम पर भारी पड़ी। रोहित क्रीज़ पर सेट थे 55 गेंद पर 65 रन बना चुके थे। उस समय टीम का स्कोर 135 रन था। रोहित आउट हुए उसके बाद विराट भी ज्यादा देर क्रीज़ पर नहीं टिक पाए और 21 रन बनाकर आउट हुए।
3. डेविड वार्नर का शतक
ऑस्ट्रेलिया की ओर से 334 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर बनाया गया। जिसका कारण रहे ओपनर डेविड वॉर्नर। वॉर्नर का यह सौंवा मैच था, जिसमें उन्होंने शतक जड़ा। डेविड वॉर्नर ने 124 रनों की पारी खेली और मैन ऑफ द मैच भी बने। वॉर्नर ने 12 चौके और 4 छक्के लगाए।
4. सेट बैट्समैन के विकेट गंवाना
भारत की शुरुआत अच्छी रही, पहले विकेट के लिए अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा ने 106 रन जोड़े उसके बाद लगातार झटके लगे। टीम के बल्लेबाजों को शुरुआत तो अच्छी मिली लेकिन कोई बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। रहाणे 53, रोहित 65, कोहली 21, पंड्या 41, जाधव 67 और मनीष पांडे 33 रन बना पाए।
5. धोनी को देरी से भेजना
कप्तान विराट कोहली ने हार्दिक पंड्या को नंबर चार पर बल्लेबाजी करने भेजा। पंड्या को अच्छी शुरुआत मिली और 41 रन बनाए। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। जब धोनी आए तो 24 गेंदों में 49 रन चाहिए थे, शायद इसलिए आते ही धोनी के लिए भी हिट करना आसान नहीं रहा।