दुश्मन जब जमीन पर हो तो सामने से पकड़ भी सकते है और सटीक लक्ष्य साध दुशमन को ढेर कर सकते है। लेकिन जब दुश्मन जमीन से ऊपर हो या हवा में हो तो उसको ढेर करने के लिए अधिक कौशल और सफल नेतृत्व आवशयकता होती है। कोई भी कार्य हो उसको सही अंजाम देने के लिए एकअच्छी रणनीति की आवश्यकता होती है लेकिन सही रणनीति को सफल करना एक अच्छे नेतृत्व की पहचान होती है।जिसकी जिम्मेदारी योग्य और अनुभवी वयक्ति को ही सौंपी जा सकती है।
राजेश कुमार आनंद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे
एयर मार्शल राजेश कुमार आनंद, विशिष्ट सेवा मेडल ने आज एयर ऑफिसर-इन-चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन (एओए) के रूप में कार्यभार संभाला, रक्षा मंत्रालय को सूचित किया।एयर मार्शल राजेश कुमार आनंद राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं और उन्होंने 13 जून, 1987 को भारतीय वायु सेना की प्रशासनिक शाखा में वायु यातायात नियंत्रक की जिम्मेदारी मिली थी। उन्होंने कॉलेज ऑफ एयर वारफेयर से हायर एयर कमांड कोर्स और सिंगापुर एविएशन एकेडमी से एरिया कंट्रोल कोर्स किया है।
यर मार्शल ने विभिन्न फील्ड और स्टाफ नियुक्तियां की
36 साल से अधिक के करियर में, एयर मार्शल ने विभिन्न फील्ड और स्टाफ नियुक्तियां की हैं। अपनी वर्तमान नियुक्ति से पहले, वह वायु सेना मुख्यालय, नई दिल्ली में महानिदेशक (प्रशासन) थे। उनकी विशिष्ट सेवा के लिए उन्हें जनवरी 2022 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।