हाल ही में तवांग में हुई मूठभेड़ के बाद से भारत की सेना एक्शन में नजर आ रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि रक्षा मंत्रालय इस सप्ताह के आखिर में होने वाली बैठक में चीन सीमा पर तैनाती के लिए हल्के टैंकों पर सेना के एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव की चर्चा करने वाला है। सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्रालय की उच्च स्तरीय बैठक में मेक इन इंडिया के तहत इनमें से 354 टैंक खरीदने के प्रस्ताव पर चर्चा होगी। भारतीय सेना ने अपने भविष्य के लाइट टैंक के लिए स्पेसिफिकेशंस जारी किए हैं। जिसे ‘जोरावर’ नाम दिया गया है।
जोरावर जनरल के नाम पर रखा गया टैंकों का नाम
इन हल्के टैंकों का नाम जोरावर जनरल के नाम पर रखा गया है। जिसने तिब्बत में कई सफल जीत का नेतृत्व किया अब उस हिस्से पर चीनी सेना का नियंत्रण है। वहीं इसको लेकर सेना के अधिकारियों ने कहा लाइट टैंक सेना को मैदानी अर्ध-रेगिस्तान और रेगिस्तान के अलावा अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्र सीमांत इलाके और द्वीप क्षेत्रों के साथ सभी इमरजेंसी में मदद करेगी।
25 टन का होगा जोरावर टैंक
दरअसल भारतीय सेना के पास जो टैंक हैं। वे प्लेन्स और रेगिस्तान के लिए हैं। चाहें फिर रूसी टी-72 हो या फिर टी-90 या फिर स्वदेशी अर्जुन टैंक हो ये सभी टैंक 45-70 टन के हैं। जबकि प्रोजेक्ट जोरावर के तहत लाइट टैंक करीब 25 टन के होंगे।