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हमारे वैज्ञानिकों ने बार-बार अपनी ताकत और प्रतिभा की साबित, भारत के पहले सौर मिशन पर बोले अमित शाह

चंद्रयान मिशन के बाद अब भारत में सौर मिशन को लेकर उत्साह देख जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को बधाई दी।

चंद्रयान मिशन के बाद अब भारत में सौर मिशन को लेकर उत्साह देख जा रहा है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के सफल प्रक्षेपण पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को बधाई दी। गृह मंत्री ने ‘एक्स’ पर अपने पोस्ट में कहा “समय-समय पर हमारे वैज्ञानिकों ने अपनी ताकत और प्रतिभा साबित की है”। आगे उन्होंने कहा कि “देश को भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 के सफल प्रक्षेपण पर गर्व और खुशी है”। इस अद्वितीय उपलब्धि के लिए टीम इसरो को बधाई। 
 केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसरो को दी बधाई 
इतना ही नहीं “शाह ने कहा कि यह प्रक्षेपण ‘अमृत काल’ में, अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोगी जी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आदित्य एल1 अपने निर्धारित स्थान तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-3 जैसा ही रास्ता अपनाएगा। इसरो ने शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया।आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला वर्ग है और इसे सुबह 11.50 बजे इसरो के विश्वसनीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) का उपयोग करके लॉन्च किया गया था। अंतरिक्ष यान, 125 दिनों में पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी की यात्रा करने के बाद, लॉन्च होने की उम्मीद है। इसे लैग्रेन्जियन बिंदु L1 के चारों ओर एक हेलो कक्षा में स्थापित किया जाएगा जिसे सूर्य के सबसे निकट माना जाता है।मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में कोरोनल हीटिंग और सौर पवन त्वरण, कोरोनल मास इजेक्शन की शुरुआत और निकट-पृथ्वी अंतरिक्ष मौसम और सौर पवन वितरण को समझना शामिल है। अध्ययन को अंजाम देने के लिए आदित्य-एल1 मिशन सात वैज्ञानिक पेलोड ले जाता है।

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