बाबा साहब आंबेडकर और सरदार पटेल के बाद बीजेपी अब सुभाष चंद्र बोस को भी साधने की जुगत में लग गई है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अक्टूबर को आज़ाद हिंद फौज की 75वीं वर्षगांठ पर लालकिले के अंदर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां पर पीएम तिरंगा फहराएंगे और आजाद हिंद फौज म्यूजियम का भी उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर सेवानिवृत सैन्य अधिकारी और आजाद हिंद फौज से जुड़े लोग मौजूद रहेंगे। इनमें लालती राम, जागीर सिंह, परमानंद, जगराम और राम गोपाल जैसे स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं।
बता दें कि 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिंगापुर में प्रांतीय आजाद हिंद सरकार की स्थापना की थी। उस समय 11 देशों की सरकारों ने आजाद हिंद सरकार को मान्यता दी थी इस सरकार ने कई देशों में अपने दूतावास भी खोले थे। यहीं नहीं पीएम मोदी 30 दिसंबर को पोर्ट ब्लेयर (अंडमान निकोबार) भी जाएंगे। पोर्ट ब्लेयर में 75 साल पहले 30 दिसंबर को ही 1943 में पहली बार भारतीय जमीन पर सबसे पहले सुभाष चंद्र बोस ने तिरंगा फहराया था।
ये तिरंगा आज़ाद हिंद फौज का था। पीएम मोदी नेताजी द्वारा पहली बार भारतीय भूमि पर तिरंगा फहराए जाने की 75वीं सालगिरह पर पोर्टब्लेयर में होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस ऐतिहासिक दिन की याद में पीएम मोदी पोर्टब्लेयर में 150 फीट ऊंचा झंडा भी फहराएंगे। पीएम मोदी नेताजी की याद में एक स्मारक डाकटिकट और सिक्का भी जारी करेंगे। यहां से पीएम सेलुलर जेल भी जाएंगे। बता दें कि इससे पहले बीजेपी बाबा साहेब अंबेडकर और सरदार पटेल जैसे नेताओं की जयंती भी बड़े पैमाने पर मना चुकी है।