उत्तर प्रदेश में आए दिन दरिंदगी की खबरें बढती ही जा रही हैं। कानपुर में दरिंदगी का ऐसा मामला सामना आया हैं , जिसे सुन हर किसी व्यक्ति का खून खौल उठेगा, कानपुर के नर्वल इलाके में तीन युवकों ने दलित के दस वर्षीय बच्चे के साथ दरिंदगी की सभी हदे पार कर दी। यही नही उन्होनें बच्चे के साथ दरिंदगी के साथ – साथ उसके प्राईवेट मे डंडा डालकर उस मासूम बच्चे की हत्या भी कर दी।
पुलिस ने तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी गांव के ही रहने वाले थे। कानपुर सीओ ने जब गिरफ्तार दरिंदो से पूछताछ की तो एक आरोपी हंसी के फुव्वारें उड़ा रहा था। जिसे देख सीओ ने कहा मैनें अपनी पूरी नौकरी 26 सैल की हो गई । जघन्यता से भरा ऐसा मामला नही देखा , जंहा आरोपी को कोई मलाल नही। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अब तक ऐसा कांड नहीं देखा। मुख्य आरोपी बिल्ली ने हंसते हुए पुलिस के सामने कहा कि बच्चा कह रहा था छोड़ दो छोड़ दो। लेकिन मुझे इसका कोई अफसोस नही हैं।
पहले कुकर्म किया फिर आंख में कील ठोकी -आदित्य शुक्ला एडिशनल एसपी कानपुर
एडिशनल एसपी कानपुर आदित्य शुक्ला ने कहा कि आउटर पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में आउटर पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में उसी के गांव के बिल्ली, चंदन और बबलू को सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है। हमारे पास फोरेंसिक सबूत है। इन तीनों ने बच्चे के साथ पहले कुकर्म किया, फिर उसकी आंख में कील ठोक दी। इसके अलावा प्राइवेट पार्ट में डंडा भी डाल दिया था। वहीं CO नर्वल राजेश यादव ने कहा ने कहा कि मेरी 26 साल की नौकरी हो गई हैं। ऐसी जघन्य घटना कभी नहीं देखी।
मुख्य आरोपी बिल्ली ने रची थी साजिश
मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना की साजिश मुख्य आरोपी बिल्ली ने रची थी। दरअसल बिल्ली व दूसरा आरोपी चंदन सोमवार को चारा कटाई के लिए खेत पर गए थे । वहीं से एक 10 वर्षीय मासूम बच्चा टायर चलाते हुए निकल रहा था। लेकिन उसी दौरान बिल्ली व उसके साथी चंदन ने बच्चे को पकड़ लिया और खेत के अंदर ले गए, जंहा उन्होनें शराब पीकर बच्चे के साथ कुकर्म किया।
बच्चा लगाता रहा छोड़ने की गुहार लेकिन आरोपी को इसका कोई अफसोस नही
आरोपी बबलू ने कहा कि मैंने सिर्फ देखा है, सारा कारनामा इन दोनों ने किया. मुख्य हत्यारे बिल्ली को इसका कोई अफ़सोस नहीं है. उसने हंसते हुए कहा कि बच्चा कह रहा था छोड़ दो छोड़ दो, बहुत मार लिया। इन दरिंदो ने मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाकर मौत के घाट उतार दिया।