सपा, रालोद गठबंधन के उम्मीदवार और वर्तमान विधायक नाहिद हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने नाहिद हसन को कोर्ट में पेश किया। इसके बाद नाहिद को 14 दिन को न्यायिक हिरासत में यानी जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि नाहिद गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में फरार थे। इसी मामले में शनिवार को यह कार्रवाई की गई। दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि नाहिद हसन ने खुद पुलिस के सामने सरेंडर किया है। कल ही उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया था। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
गैंगस्टर कानून लागू….
पुलिस ने हसन के खिलाफ सख्त गैंगस्टर कानून लागू किया था। विधायक को शामली जिले के कैराना में एक विशेष सांसद/विधायक अदालत में पेश किया गया जहां न्यायाधीश सुबोध सिंह ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कैराना थाने के प्रभारी अनिल कापरवन ने बताया कि हसन समेत 40 लोगों के खिलाफ पिछले साल मामला दर्ज किया गया था।
उन्होंने बताया कि अधिकतर आरोपी जमानत पर रिहा हो गए थे लेकिन हसन अदालत में आत्मसमर्पण करने में विफल रहे थे, जिसके बाद उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। सपा ने हसन को कैराना विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है।
गैंगरेप पीड़िता के परिवार को धमकाने का आरोप
नाहिद हसन पर गैंगरेप पीड़िता के परिवार को धमकाने का भी आरोप लग चुका है। गंगोह के मुहल्ला औलिया निवासी एक शख्स ने कोतवाली में तहरीर दी थी। इसमें आरोप लगाया था कि 29 जून 2018 को कैराना के विधायक नाहिद हसन ने मोबाइल पर धमकी देकर गैंगरेप से जुड़ा मुकदमा वापस लेने और जबरन समझौता करने का दबाव बना रहे। साथ ही पीड़ित परिवार को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी थी।