आजतक आपने भक्ति और विश्वास की कई ऐसी कहानी सुनी होगी, जो आपको इस दुनिया में भगवान होने के साक्ष्य को देता हैं। आज की खबर में हम आपको एक ऐसे हनुमान मंदिर के बारें में बताने वाले है, जो अपने आप में सबसे अलग मंदिर है। दावा किया जाता है कि यह भारत का एक मात्र ऐसा मंदिर में है, जो पानी के अंदर रहता है। वैसे तो इस दुनिया में कई ऐसे चीज है जिसका आज तक राज नहीं खुल सका है।
ये मंदिर राजस्थान के धार्मिक शहर करौली में है। यह एक ऐसा मंदिर है, जो साल के ज्यादतार समय पानी में ही डूबा हुआ रहता है। यह मंदिर राजस्थान के करौली के वीरवास गांव की पहाड़ियों के नीचे स्थित है। बताया जाता है कि मंदिर के आपपास काफी मात्रा में जल है और लगभग पिछले 40 से मंदिर पानी से घिरा हुआ है। मानसून के मौसम में यह लगभग पानी में डूबा रहता है।
स्थानीय निवासी ने बताया कि मंदिर करीब सैकड़ों साल पुराना है, लेकिन यह कोई नहीं जानता कि मंदिर हमेशा पानी से घिरा क्यों रहता है। उन्होंने कहा कि 40 साल पहले अपने जन्म के बाद से उन्होंने हमेशा मंदिर को ऐसे ही देखा है आश्चर्यजनक यह है कि साल में 8-10 महीने पानी में डूबे रहने के बाद भी यह संरचना सुरक्षित रहती है। गर्मी के मौसम में भक्त केवल दो या तीन महीने के लिए ही हनुमान मंदिर जा सकते हैं; और फिर भी, उन्हें घुटने भर पानी से होकर गुजरना पड़ता है।
हनुमान मंदिर की मूर्ति, जिसमें भगवान हनुमान भगवान राम और लक्ष्मण को अपने कंधे पर ले जाते हैं, रामायण के एक अध्याय को दर्शाती है जहां भगवान राम और लक्ष्मण का अहिरावण द्वारा अपहरण कर लिया जाता है और देवी काली को बलि देने के लिए पातालपुरी ले जाया जाता है। तभी भगवान हनुमान पातालपुरी में उतरते हैं, अहिरावण का वध करते हैं और भगवान राम और लक्ष्मण को अपने कंधों पर उठाकर ले जाते हैं।