सावन के महीने को लेकर मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।सावन के महीने में भगवान शिव रूद्र रुप में धरती का संचालन करते हैं।
इस बार का सावन बहुत ही खास रहने वाला होगा। अधिकमास के कारण सावन का महीना एक बजाय दो महीनों का होगा। सावन के महीने का समापन 31 अगस्त 2023 को होगा। ऐसे में सावन के महीने में कुल 8 सोमवार व्रत आएंगे और 9 मंगला गौरी व्रत रखे जाएंगे।इस बार भक्तों को महादेव की उपासना के लिए पूरे 59 दिनों का समय मिलेगा। यानी इस बार भगवान शिव की कृपा पाने के लिए आपके पास काफी समय है। सावन के महीने में जो व्यक्ति पूरे सच्चे दिल से भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।
सावन के महीने में पूजा का विशेष महत्व होता है।सावन के महीने में भगवान शिव का दूध से अभिषेक करने से मानसिक सुख शांति मिलती है। लेकिन, दूध के साथ इसमें शहद, घी, दही और गंगाजल उन्हें मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना पुण्यदायी माना जाता है। इस पंचामृत अभिषेक से धर्म, अर्थ, भोग, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
अगर आप किन्हीं कारण से पूजा नहीं कर पाते तो आप दिन के किसी भी पहर साफ और सच्चे मन से इन मंत्रों का उच्चारण कर सकते हैंं।
मनोवांछित फल की प्राप्ति का शिव मंत्र
ॐ शंकराय नमः ।
ॐ महादेवाय नमः।
ॐ महेश्वराय नमः।
ॐ श्री रुद्राय नमः।
ॐ नील कंठाय नमः।
शिव मंत्र के जाप की विधि और लाभ
शिव के इन सभी मंत्रों का जाप आप उठते- बैठते कभी भी जागृत अवस्था में किया जा सकता है. इन सभी मंत्रों का जाप करने से आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है. इस मंत्र के जाप से सभी मनोरथों की सिद्धि होती है. इस मंत्र का जाप करने मोक्ष की प्राप्ति होती है. इन मंत्रों का जाप भगवान शिव का निरंतर चिंतन करते हुए करना चाहिए