आपने कई बार सुना होगा कि जिस इंसान में इच्छाशक्ति की कमी नहीं होती वह सब कुछ कर जाता है। उसके सामने फिर कितनी ही परेशानियां आए लेकिन वे उनका डट कर सामना करता है और उस काम को कर गुजरता है। अब ऐसा ही हुआ उत्तरप्रदेश में जहां एक व्यक्ति ने लगन से दो मंजिला घर बना दिया, वो भी जमीन के ऊपर नहीं बल्कि जमीन के नीचे।
जमीन के अंदर बनाया 2 मंजिला मकान
यह घर हरदोई के शाहबाद कस्बे के मोहल्ला खेड़ा बीबीजई के रहने वाले इरफान का है जिसे लोग फकीर पप्पू बाबा भी कहते है। उन्होंने 12 साल की कड़ी मेहनत के बाद अपने आशियाने को खड़ा किया थी। जिसके चर्चे अब हर जगह है और ये ही कारण है कि दूर-दूर से लोग इरफान के महल को देखने के लिए आ रहे है। वहीं महल के अंदर इरफान के हाथों से की गई कलाकारी देख हर कोई हैरान है। मालूम हो, जब आप इस गुफा के अंदर बने महल में जाएंगे तो वहां आपको पुराने समय की नक्काशी भी देखने को मिलेगी। जिसे इरफान ने खुरपे की मदद से अपने हाथों से ही तराश कर बनाया है।
अंडरग्राउंड घर में क्या है खास
इरफान ने 12 साल की कठोर मेहनत के बाद अंडरग्राउंड घर बनाया जिसमें उन्होंने 11 कमरें, सीढ़ियां, एक गैलरी और एक ड्राइंग रूम बनाया है साथ ही पूरे मकान में पुराने जमाने की नक्काशी की है। वहीं कुछ लोगों की माने तो इरफान ने घर बनाने के लिए सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया और उन्होंने इस मकान में एक मस्जिद भी बनाई है।
#WATCH | Uttar Pradesh | In Hardoi, a man builds an underground two-storeyed house with 11 rooms, over a span of 12 years. pic.twitter.com/2siU0K5LHc
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 30, 2023
इसलिए बनाया खुद का मकान
बता दें, 2010 में इरफान के पिता की मौत के बाद उनके जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया। उन्होंने पहले राजनीति में हाथ आजमाने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे वहीं उन्होंने कुछ समय बाद अपने पिता का घर भी छोड़ दिया था। लेकिन उन्होंने एक संकल्प लिया कुछ कर गुजरने का। इसके बाद इरफान ने एक सुनसान जगह ली और एक अंडरग्राउंड महल बनाने के विचार के साथ काम शुरू किया। यह इलाका बंजर था। लोग भी इसको अधिक तरजीह नहीं देते थे।
लेकिन, इरफान ने अपनी मेहतन से जमीन के अंदर महल बनाया और बाहर बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए जमीन के अंदर से निकलने वाली मिट्टी का इस्तेमाल किया। उन्हें दोनों कामों में सफलता मिली। जमीन खेती के लायक मिलने के बाद वे किसान बनकर जीवन यापन करने लगे। लेकिन अब लोग उनकी कलाकारी को देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे है।