आपके सामने भी कभी कोई ऐसा मामला जरूर आया होगा जिसे जाननें के बाद आप भी हैरान हो जाते होगें। अब एक ऐसा ही मामला साउथ अफ्रीका से आ रहा हैं, जिसे जाननें के बाद आप दंग रह जाएंगें। हां हम ऐसा इसलिए बोल रहें हैं, क्योंकि एक साउथ अफ्रीकन एयरवेज ने अपनी जिंदगी के 20 साल के नौकरी करने के बाद उसने इस्तीफा दे दिया। इस बात को खुलासा तब हुआ जब एक प्लेन दक्षिण अफ्रीका से जर्मनी की उड़ान के चली थी।
उड़ान के दौरान हुआ खुलासा
दरअसल जानकारी कहती हैं दक्षिण अफ़्रीका के रहने वाले पायलट विलियम चैंडलर को फर्जीवाड़े को छुपाने की कथित कोशिश के लिए और 20 साल से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद भी एक पायलट को साउथ अफ्रीकन एयरवेज (SAA) कथिततौर से इस्तीफा दे दिया है। इस बात की जानकारी अधिकारीयों को तब लगी जब अधिकारी दक्षिण अफ्रीका से जर्मनी की उड़ान को पूरा कर रहें थे।
तभी कुछ ऐसी जानकारी एसएए ने कहा कि उसे पता चला कि दक्षिण अफ्रीका से जर्मनी की उड़ान के दौरान एक “रिपोर्ट योग्य घटना” के बाद विलियम चैंडलर के कागज़ात जाली थे। अब एयरलाइन ने आपराधिक आरोप दायर किया है।
पहले थे फ्लाइट इंजीनियर
विलियम चैंडलर के साथ ही फर्जीवाड़े को छुपाने की कथित कोशिश के लिए एसएए के एक सुरक्षा अधिकारी को भी निकाल दिया गया है। रिपोर्ट के कहा गया कि चांडलर ने 1994 में पायलट के रूप में नौकरी पाने से पहले राज्य के स्वामित्व वाली एसएए में फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था। वह एक वरिष्ठ फस्ट अधिकारी थे, एक भूमिका जहां वह एक निगरानी पायलट थे लेकिन उन्होंने किसी विमान की कमान नहीं संभाली थी।
नहीं था ‘एटीपीएल’ लाइसेंस
एसएए ने एक बयान में कहा कि घटना की जांच के बाद, यह पाया गया कि चैंडलर के पास केवल वाणिज्यिक पायलट का लाइसेंस था, लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि एयरलाइंस को लंबी दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए पायलटों के पास एयरलाइन ट्रांसपोर्ट पायलट लाइसेंस (एटीपीएल) की आवश्यकता होती है। जो इनके पास नहीं थी। बता दें कि एटीपीएल लाइसेंस के लिए, पायलटों को कई तकनीकी और मेडिकल परीक्षाएं पास करनी होंती हैं और 1,500 घंटे की उड़ान का समय पूरा करना होता हैं।