भारत तेजी से डिजिटल तकनीक को अपना रहा है। आजकल ज्यादातर लेन-देन ऑनलाइन होते हैं। लोग अब नकदी रखने के बजाय कई ऑनलाइन भुगतान विधियों का उपयोग करते हैं। लोग अब सामान खरीदते हैं और भुगतान पेटीएम और गूगल पे से करते हैं।
इस रक्षाबंधन पर एक बहन ने भी सोशल मीडिया का नए तरीके से इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और डिजिटल बंनने का नया तरीका ढूंढ निकाला। बहन ने फोन का उपयोग किए बिना क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए अपने भाई की मदद ली और फिर अपना राखी का शगुन भाई से ले लिया।
क्या हैं ये क्यूआर कोड मेहंदी के डिज़ाइन का राज़?
आपके दिमाग में भी ये सवाल जरूर आया होगा कि बिना मोबाइल या ऐप के भुगतान कैसे हो गया? दरअसल, लड़की की हथेली पर एक क्यूआर कोड बना हुआ था जो कि खासतौर पर मेहंदी से बनवाया गया और जिसे स्कैन किया गया। फिर भाई ने शगुन दिया। डिजिटल मेहंदी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया और बहुत ही तेज़ी से कुछ ही समय में ये वायरल हो गया। यह कोड लड़की के हाथ पर मेहंदी से रचाया गया था। साथ ही, बहुत से लोगों को यह तरकीब बहुत ही अमेजिंग लगी।
कोड स्कैन कर भाई हुआ हैरान
रक्षाबंधन के त्योहार पर इस वायरल वीडियो पर बहुत से लोगों ने ठहाके लगाए। युवती ने अपनी हथेली के पिछले हिस्से पर मेहंदी से एक क्यूआर कोड बनाया हुआ था। लड़की की हथेली पर मेहंदी का रंग भी बहुत ज्यादा गहरा चढ़ा हुआ था। युवक ने अपने फोन से इस क्यूआर कोड को स्कैन भी किया। लड़के ने इसे मजाक समझा और उसी ये भी लगा कि कोड स्कैन नहीं हो पाएगा हालाँकि उसके होश तब उड़ गए जब उसने इस कोड को स्कैन किया और ये कोड स्कैन हो गया।
ऑनलाइन दिया शगुन का पेमेंट
जैसे ही मोबाइल डिवाइस का उपयोग करके क्यूआर कोड स्कैन किया गया, भुगतान का ऑप्शन साफ़ नज़र आने लगा। भाई ने इसमें अमाउंट भर दिया और शगुन के पैसे का भुगतान कर दिया। इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया हैं। जब लोग इस मजेदार वीडियो को देख रहे हैं तो हैरान रह जा रहे हैं। कोई सोच भी नहीं सकता था कि देश इतना डिजिटल हो जाएगा कि मेहंदी अब डिजिटल कोड के साथ लगाई जाएगी। इस मजेदार वीडियो को देखकर लोग हंसने लगे।