यूक्रेन और रूस का युद्ध अभी थमा भी नहीं था कि अब अमेरिका और चीन में तनाव दिखाई दे रहा है । बता दें एक बार फिर अमेरिका और चीन आमने-सामने आ गए है और इस बार चीन ने अमेरिका की चालाकियों का कड़ा विरोध किया है। दरअसल, अमेरिका ने चीन के ‘जासूसी गुब्बारे’ को मिसाइल से मार गिराया। जोकि अमेरिकी फाइटर जेट F-22 एयरक्राफ्ट की मदद से अटलांटिक महासागर के ऊपर मार गया था।
अमेरिका की चाल से भड़का चीन
साथ ही साथ चीन अमेरिका के इस कदम से बिल्कुल भी खुश नहीं है और अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए चीन ने बयान जारी कर अमेरिका को कड़ी सलाह दी है। सूत्रों के मुताबिक गुब्बारे को नीचे लाने के लिए सिंगल साइडवाइंडर मिसाइल दागे गए। रहत की बातये रही कि जासूसी गुब्बारे के मलबे से किसी को नुकसान नहीं हुआ, इसी कारणवश इसे अमेरिका के अटलांटिक महासागर में मार गया है। इतना ही नहीं जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के लिए अमेरिका के वर्जीनिया में लैंगली एयर फोर्स बेस से लड़ाकू विमान ने उड़ान भरी थी।
जिसकी वजह से अमेरिका के इस कदम से चीन बुरी तरह बौखला गया है। गुब्बारे के गिराए जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘हम चाहते थे कि अमेरिका इस मुद्दे को शांति से सुलझाए। लेकिन अमेरिका ने हमारे नागरिक हवाई पोत को मार गिराया। हम इसके खिलाफ अपना विरोध प्रकट करते हैं। अमेरिका ने ऐसा करके अंतरराष्ट्रीय मानकों का उल्लंघन किया है। चीन अपने अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। देखा जाए तो अभी तक चीन और अमेरिका के बीच शांति सम्बंध स्थापित थे, परन्तु अब जासूसी गुब्बारा दोनों देशों के बीच तनाव का कारन बन सकता है ।