विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने को लेकर रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया के अपने समकक्षों से बृहस्पतिवार रात बात की।
जयशंकर ने यूक्रेन संकट को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से भी फोन पर बातचीत की और इस बात को रेखांकित किया कि हालात को शांत करने के लिए वार्ता एवं कूटनीति सर्वश्रेष्ठ रास्ता है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हाल में यूक्रेन घटनाक्रम को लेकर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से बातचीत की। इस बात को रेखांकित किया कि हालात को शांत करने के लिए वार्ता एवं कूटनीति सर्वश्रेष्ठ मार्ग है।
Just spoke to Foreign Minister Sergey Lavrov of Russia on the Ukraine developments.Underlined that dialogue and diplomacy are the best way forward.— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 24, 2022
यूक्रेन ने रूसी सैन्य हमले के बाद अपना हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, जिसके बाद भारत रोमानिया, हंगरी, स्लोवाक गणराज्य और पोलैंड की थल सीमा के माध्यम से यूक्रेन से लगभग 16,000 भारतीयों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘यूक्रेन से भारतीयों को निकालने में रोमानिया के विदेश मंत्री बोगदान ओरेस्कु के सहयोग की बहुत सराहना करता हूं। भारतीय विदेश मंत्रालय सीमा पार करके लोगों की जल्द निकासी सुनिश्चित करने के लिए रोमानिया के विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है। मित्र मुश्किल समय में साथ देने के लिए ही होते हैं।’’
उन्होंने कहा कि हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिजार्तो ने भी भारतीयों को यूक्रेन से बाहर निकालने में पूरा सहयोग देने का वादा किया। उन्होंने इस मामले में मदद करने की इच्छा जताने को लेकर स्लोवाकिया के विदेश मंत्री इवान कोरसोक की भी प्रशंसा की।