Margashirsha Purnima Shubh Muhurt: मार्गशीष की पूर्णिमा को भी कहा जाता है। इस साल मार्गशीष पूर्णिमा पर बहुत खास योग बनने वाला है। इस खास मौके पर माता लक्ष्मी की पूजा बेहद शुभ मानी जाती है। बता दें साल की आखिरी पूर्णिमा मार्गशीष की पूर्णिमा होगी। इस दिन गीता के पाठ से और नदी स्नान से भी बहुत लाभ प्राप्त होता है। आईए जानते हैं कब है मार्गशीष की पूर्णिमा और इस दिन क्या खास योग बनने वाला है।
इस दिन है मार्गशीष की पूर्णिमा
इस साल मार्गशीष की पूर्णिमा की तिथि का आरंभ 26 जनवरी से सुबह 5:46 से शुरू होकर 27 दिसंबर को सुबह 6:02 तक रहेगी। पूर्णिमा का व्रत स्नान और दान 26 दिसंबर को करना मान्य होगा। स्नान के लिए सुबह 5:22 मिनट से 6:17 तक समय श्रेष्ठ है।
खास योग जानने के लिए यहां देखें
मार्गशीर्ष की पूर्णिमा के दिन शुक्ल योग और ब्रह्म योग का सहयोग बना रहा है। इस शुभ मौके पर भगवान विष्णु माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है और उनकी पूजा करने से विशेष फलदाई भी साबित होता है।
32 फलदाई के समान है ये पूर्णिमा
इस दिन किया गया व्रत पूजा सत्यनारायण की कथा करवाने वालों को आरोग्य का वरदान प्राप्त होता है और उनकी आयु में वृद्धि होती है। इस दिन तुलसी की जड़ की मिट्टी और नदी स्नान से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन किए गए दान से 32 गुना फल प्राप्त होता है। इसलिए इस पूर्णिमा को बत्तीसी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
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