पाकिस्तान द्वारा लगातार सीमा पर किए जा रहे सीजफायर के उल्लंघन के बीच सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने सोमवार को अंतराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास अग्रिम इलाकों का दौरा किया और जम्मू-पठानकोट क्षेत्र में तैनात सैनिकों की तैयारियों और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।
सेना प्रमुख ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए कठुआ, सांबा, जम्मू और पठानकोट सहित राइजिंग स्टार कोर की कमान में आने वाले क्षेत्रों का दौरा किया। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिमी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह, राइजिंग स्टार कोर के जीसीओ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जीओसी टाइगर डिवीजन मेजर जनरल वीबी नायर और एयरफोर्स स्टेशन जम्मू के एयर ऑफिसर कमांडिंग (एओसी) एयर कमोडोर एएस पठानिया ने थलसेना प्रमुख की अगवानी की।
लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने परिचालन संबंधी तैयारियों, सुरक्षा बुनियादी ढांचे के उन्नयन और आंतरिक सुरक्षा मामलों के संबंध में जनरल नरवणे को जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि थलसेना प्रमुख ने जीओसी टाइगर डिवीजन के साथ अग्रिम क्षेत्रों में परिचालन तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने इस दौरान विभिन्न अधिकारियों और जवानों के साथ बातचीत की। थलसेना प्रमुख ने संघर्ष विराम का पाकिस्तान द्वारा उल्लंघन और आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ के प्रयासों को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति पर जोर दिया। उन्होंने जोर दिया कि सेनाओं और सरकार की सभी एजेंसियाँ मिलकर अथक रूप से काम कर रही हैं और दुश्मनों द्वारा छेड़े जा रहे छद्म युद्ध के नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए वे ऐसा करती रहेंगी।
थलसेना प्रमुख ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पश्चिमी कमान के अधिकारियों को संबोधित किया और सैनिकों के मनोबल की प्रशंसा की। उन्होंने देश के दुश्मनों द्वारा किसी भी दुस्साहस को विफल करने और किसी भी स्थिति से निपटने की भारतीय सेना की क्षमताओं पर विश्वास व्यक्त किया।