प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए परिवारवाद, इमरजेंसी, सिख दंगे, पंजाब में आतंकवाद, कश्मीरी पंडितों के साथ हुए जुल्म समेत कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस को सवालों के घेरे में खड़ा किया। प्रधानमंत्री के इन आरोपों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘‘70 साल की कमियां सामने लाने के बजाय विकास कार्य पर ध्यान देना चाहिए।’’
कांग्रेस को लेकर ‘‘आपातकाल लगाने वाले लोकतंत्र की बात कर रहे हैं’’ की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा,‘‘आज अघोषित आपातकाल है … (लालकृष्ण) आडवाणी जी ने खुद सरकार बनते ही संकेत दिया था। दबाव पड़ा आरएसएस का उन पर, उनको चुप होना पड़ा … देश जानता है।’’
अशोक गहलोत ने कहा- जनता का मूड कांग्रेस के पक्ष में लग रहा है, विपक्ष विरोधी लहर भी नहीं बना पाया
सीएम गहलोत ने कहा,‘‘ वह आपातकाल लगा, एक फैसला हुआ दुनिया को मालूम है। उसके बाद हमारी सरकार चली गई उसको गिनाने का क्या तुक है। सब जानते हैं कि आपातकाल लगा था, किन कारणों से लगा, क्यूं लगा था, क्या हुआ आपातकाल में … क्या खमियां क्या उपलब्धियां रही यह तो अनुसंधान का विषय हो सकता है।’’
गहलोत के अनुसार,‘‘ लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर यह बात कहें .. जैसे उन्होंने इंडिया गेट पर कहा कि हम 70 साल की कमियों को डंके की चोट पर सामने लाएंगे …. आप कमियां ही बताते रहेंगे या अपना खुद का इतिहास बनाएंगे। कमियों को एक्सपोज करते-करते समय निकल जाएगा, आपका … आप विकास की बात करें तो समझ में आता है।’’
कांग्रेस पर मजदूरों को भड़काने के प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य पर मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘देश में क्या हो रहा है, देश किस दिशा में जा रहा है किसी को नहीं मालूम… देश में हिंसा, अशांति, अविश्वास व तनाव का माहौल है… यह हमारे आरोप हैं एनडीए, बीजेपी व आरएसएस पर और प्रधानमंत्री मोदी उलटा हमें कह रहे हैं हम लोगों को भड़का रहे हैं।’’