प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आज पंजाब दौर के दौरान जिला फिरोज़पुर के पियारियाना गांव में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने उनके काफिले को रोक दिया था जिस कारण उनका काफिला करीब 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही खड़ा रहा। इसे पीएम मोदी की सुरक्षा में लापरवाही के तौर पर भी देखा जा रहा है। किसानों के एक समूह ने फ्लाईओवर को जाम कर दिया था। इस मामले में गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
सड़कों पर बैठ नारेबाजी कर रहे थे प्रदर्शनकारी
सूत्रों के मुताबिक जिस समय इन प्रदर्शनकारियों ने घुड़सवारों को आते देखा, वे कथित तौर पर सड़कों पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। पीएम के काफिले को रोकने की जिम्मेदारी भारतीय किसान संघ (क्रांतिकारी) ने ली है। सूत्रों का कहना है कि, प्रदर्शनकारी हरे और लाल झंडे लिए हुए थे, जो कि बीकेयू क्रांतिकारी के झंडे हैं। इस घटना में बीकेयू के महासचिव बलदेव जीरा ने दावा किया है कि किसानों ने “अभिमानी मोदी” को सबक सिखाया है। बीकेयू क्रांतिकारी को एसकेएम का हिस्सा होने के बावजूद, उन्होंने हाल ही में संयुक्त समाज मोर्चा-किसान संघों के राजनीतिक गठन का हिस्सा नहीं बनने का फैसला किया था।
वामपंथी किसान संघ माना जाता है बीकेयू क्रांतिकारी
बीकेयू क्रांतिकारी को अति वामपंथी किसान संघ माना जाता है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के प्रेस सचिव अवतार महमा ने बताया कि 31 दिसंबर को बरनाला में सात किसान यूनियनों की बैठक हुई थी, जिसमें पीएम के दौरे के दौरान बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया था। बीकेयू क्रांतिकारी पियारेना गांव में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने सुबह साढ़े दस बजे से मार्ग की घेराबंदी कर रखी थी।