लुधियाना-जालंधर : दुनियाभर में लगातार बढ़ रहे कोरोना के प्रभाव के मध्यनजर आज मंगलवार का दिन जालंधर के लिए मंगलकारी रहा। जालंधर के सिविल अस्पताल में कोरोना के 3 अन्य मरीज ठीक होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुटटी दे दी गई। इसी के साथ जालंधर में कोरोना की जंग जीतने वाले मरीजों की संख्या बढक़र 10 हो गई है। ठीक हुए मरीजों में अलीबाबा हुसैन, विश्व शर्मा और जसबीर सिंह निवासी तलवंडी बहला, मिटठा बाजार और राजा गार्डन से संबंधित है।
स्मरण रहे कि 3 मरीजों के कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उनको स्थानीय सिविल अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया गया था, जहां सीनियर मेडिकल आफिसर डॉ कश्मीरी लाल की अगुवाई में डॉक्टरों की एक विशेष टीम ने इनका इलाज किया था। जबकि आज मिली खबरों के मुताबिक एक अन्य संदिगध की जालंधर में रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, जिससे अब यह संख्या बढक़र 79 हो गई है। पता चला है कि जवाला नगर की रहने वाली पहली 46 वर्षीय पॉजीटिव महिला की बहू है।
इधर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार की सुबह सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में प्रदेश में नंबर एक जालंधर का हाल जाना। दरअसल, जालंधर जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के 79 मामले सामने आ चुके हैं, 3 की मौत भी हो चुकी है और अब भी लगातार इस आंकड़े में बढ़ोतरी हो रही है। इसी के मद्देनजर कैप्टन ने सिविल सर्जन डॉ. चावला से उनकी और उनके स्टाफ की सेहत के बारे में भी बात की और उनका हौसला बढ़ाया।
सिविल सर्जन ने सीएम को बताया कि जालंधर में अब तक ढाई हजार से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं और सैंपलिंग की प्रक्रिया तेज की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस आगे ना फैले। साथ ही कई ऐसे मरीजों को भी ढूंढा गया है, जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यह कैसे पता चलता है कि इन्हें कोरोना है, जबकि उन्हें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं? सिविल सर्जन ने जवाब दिया कि पॉजिटिव आए मरीज के संपर्क में आए इन लोगों की भी सेहत विभाग टेस्ट कर रहा है, जिस वजह से उन्हें लक्षण आने से पहले ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है और उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, ताकि वह दूसरों को संक्रमण न फैलाएं।
– सुनीलराय कामरेड