अक्सर देखा जाता है कि बहुत से लोग अपने घरों मे जानवरों को जैसे कुत्ता बिल्ली खरगोश आदि को पालते हैं कुछ लोग ऐसे भी होते है जो पक्षियों को अपने घरों में पालते हैं। ज्यादातर लोगों को तोता पालने का शौक होता है। क्योंकि ये दूसरे पक्षियों से अलग होता है।
तोता आपकी तरह बोल सकता है, ये इसकी खास बात है। तोते को पालने का अलग-अलग राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। राशि के हिसाब से तोता पालना किसी के लिए शुभ हो सकता है तो किसी के लिए अशुभ भी। अगर आप ने घर में तोता पाला हुआ है तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
इसके लिए बताया गया है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है। जिससे घर में निवास करने वाले लोगों में आपसी सामंजस्य नहीं बैठता। तोता पालने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता है। घर में कलेश रहता है।
क्योंकि तोता हमारी बोली जल्द ही समझ के बोलना शुरु कर देता है अपने इस गुण के कारण वो बहुत ही जल्द सब बातें समझने लगता है और ये जान जाता है कि उसे बंधी बनाया गया है।
तोते को पिंजरे में बंद रखने से भाग्य और बर्बादी का कारण बन जाता है। कहते हैं कि अगर तोता पिंजरे में बंद रहने पर खुश नहीं रहता तो वह बस दुआएं देता है। जिसका दुष्प्रभाव उस घर के लोगों को भुगतना पड़ता है।
हमें ये समझना चाहिए कि पक्षियों को बंधक बनाकर रखना पाप है। इसके कई दुष्परिणाम भुगतने होते हैं। दरअसल, तोतों में यह क्षमता है कि वो जो भी सुनते हैं उसे आसानी से याद कर लेते हैं और उसे वे मन ही मन या बोलकर दोहराते रहते हैं।
वहीं दूसरी ओर तोते को घर में रखना फायदेमंद भी होता है आप तोते को पालने की जगह तोते का चित्र लगा सकते हैं वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा में तोते की तस्वीर को लगाने से पढ़ाई में बच्चों की रुचि बढ़ती है। अगर आप घर में बीमारी, निराशा, दरिद्रता और सुखों का अभाव महसूस कर रहे हैं तो तोते का चित्र या मूर्ति घर में स्थापित करें।