यूक्रेन की सेना ने सोमवार को कहा कि कीव में स्थिति अब भी उसके नियंत्रण में है। यूक्रेनी सेना के ग्राउंड फोर्सेस ने फेसबुक पर पोस्ट किया, यूक्रेनी सेना के पास अभी भी कीव का नियंत्रण है, क्योंकि रात में कीव के बाहरी इलाके में रूसी सैनिकों द्वारा बार-बार किए गए प्रयासों को पराजित किया गया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यूक्रेन के स्थानी एजेंसी का हवाला देते हुए बताया, रूसी सेना किसी भी बड़े क्षेत्रीय शहरों को नियंत्रित करने में विफल रही और यूक्रेनी सेना ने कल रात सभी मोर्चो पर रूसियों को खदेड़ दिया।
अब भी यूक्रेनी सेना के नियंत्रण में है कीव
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि रूसी सैनिकों ने खारकीव, कीव और चेर्निहाइव सहित कई शहरों पर हवाई हमले किए हैं, लेकिन यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली हमलों का सामना कर रही है। उपरोक्त खबर की अभी तक रूसी पक्ष की ओर से पुष्टि नहीं की गई है। रविवार को रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव के अनुसार, रूसी सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन शुरू होने के बाद से 975 यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की वस्तुओं को नष्ट कर दिया है।
रूस में महायुद्ध के खिलाफ फिर सड़कों पर उतरी जनता
वहीं दूसरी तरफ रूस में मॉस्को से लेकर साइबेरिया तक महायुद्ध विरोधी कार्यकर्ता यूक्रेन पर हमले के खिलाफ एक बार फिर से सड़कों पर उतर गए हैं। प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई जारी है और हर दिन सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को शहर के केंद्रों में मार्च किया और वे ‘युद्ध नहीं’ के नारे लगा रहे थे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु रोधी प्रणाली को हाई अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है। सैंट पीटर्सबर्ग में रैली में शामिल हुए 48 वर्षीय दमित्री मालत्सेव ने कहा कि उनके दो बच्चे हैं और वह उन्हें खोना नहीं चाहतीं, क्योंकि जंग सभी के लिए त्रासदी होती है।
रूस की मशहूर हस्तियों ने युद्ध के खिलाफ उठाई आवाज
रूस में हमले के खिलाफ प्रदर्शन गुरुवार को ही शुरू हो गए थे और तभी से रोज़ यह जारी हैं। रूस की पुलिस ने रैलियों पर कार्रवाई की है और प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। क्रेमलिन ने प्रदर्शनों पर ध्यान नहीं देते हुए इस बात पर जोर दिया है कि रूस का एक ज्यादा बड़ा तबका यूक्रेन पर हमले के समर्थन में है। हजारों लोगों ने हाल के दिनों में खुले पत्रों के जरिये युद्ध को लेकर विरोध जताया है और याचिकाओं पर हस्ताक्षर किए हैं जिनमें हमले की निंदा की गई है। मशहूर हस्तियां और प्रसिद्ध टीवी शख्सियतों ने भी युद्ध के खिलाफ आवाज़ उठाई है।