प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के पहले गुरु नानक देव की जयंती पर मंगलवार को लोगों को बधाई दी।प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘एक न्यायपूर्ण और करुणामय समाज के निर्माण के हमारे प्रयास में उनकी शिक्षाएं हमारा मार्गदर्शन करती रहें।’’
प्रधानमंत्री ने सिख गुरु की 553वीं जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि गुरु के विचारों से प्रेरित होकर देश 130 करोड़ भारतीयों के कल्याण की भावना से आगे बढ़ रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरु नानक देव के सन्देश को किया याद
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरू नानक देव जी के जन्मदिवस पर मंगलवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दी और कहा कि उनके विचारों को अपनाकर हम समाज में शांति, समानता और समृद्धि ला सकते हैं।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, ‘‘गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के अवसर पर देश तथा विदेश में रह रहे सभी देशवासियों और विशेष रूप से सिख भाइयों और बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।’’मुर्मू ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने ‘एक ओंकार’ के संदेश में कहा कि ईश्वर एक है और सर्वव्यापक है।
राष्ट्रपति ने कहा,‘‘ गुरूनानक देव जी ने हमें समाज में प्रेम, एकता और भाइचारे के साथ रहने की प्रेरणा दी । ’’उन्होंने कहा कि जपजी साहब में प्रेम, आस्था, सत्य, त्याग और नैतिक आचरण जैसे शाश्वत मूल्य विद्यमान हैं जिनसे हमें जीवन में सीख लेनी चाहिए ।उन्होंने कहा कि ‘किरत करो, वंड छको’ जैसे उपदेशों से उन्होंने (गुरूनानक देव जी) हमें ईमानदारी से जीने और मिल बांटकर सभी संसाधनों का उपभोग करने के लिये प्रेरित किया।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ गुरू नानक देव जी ने यह भी संदेश दिया कि मनुष्य को विनम्र रहकर सेवाभाव से जीवन व्यतीत करना चाहिए और उनके विचारों को अपनाकर हम समाज में शांति, समानता और समृद्धि ला सकते हैं।’’ मुर्मू ने देशवासियों से गुरूनानक देव जी की शिक्षाओं को अपनाकर उनके बताए हुए रास्ते पर चलने और समाज कल्याण की भावना के साथ कार्य करने का आग्रह किया ।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी देशवासियों को दीं शुभकामनाएं
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सिखों के पहले गुरु नानक देव की जयंती पर मंगलवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।उपराष्ट्रपति ने कहा कि सदाचारी जीवन और समावेशी समाज की स्थापना के लिए आज भी उनके विचार अनुकरणीय हैं।
धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘‘ सिख पंथ के आदि गुरु, गुरु नानक देव जी की जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। आप जैसे आध्यात्मिक सचेतकों के मार्गदर्शन से ही भारत ने विश्वगुरु के रूप में प्रतिष्ठा पायी। एक सुहृद, सौहार्दपूर्ण, समावेशी समतामूलक समाज की स्थापना के लिए आपकी बाणी आज भी अनुकरणीय है। ’’