पटना: पटना मेडिकल कॉलेज के 95वें स्थापना दिवस के मौके पर पी.एम.सी.एच परिसर में सह-पूर्ववर्ती छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल फागू चौहान भी शामिल हुए।
इस दौरान राज्यपाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज का चिकित्सा शिक्षा के विकास में बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसकी प्रगति के लिए राज्य और केंद्र सरकार पूरी तरह से तत्पर हैं, साथ ही यहां के पूर्ववर्ती छात्रों का भी योगदान हैं।
राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज के एम.बी.बी.एस. कोर्स में प्रतिवर्ष 180 विद्यार्थियों का नामांकन हो रहा है। कॉलेज में 11 सुपर स्पेशलिटी विभाग सहित लगभग 35 विभाग आज कार्यरत है। उन्होंने आगे कहा कि पी.एम.सी.एच. पटना को 5 हजार 462 बेड के अंतरराष्ट्रीय स्तर का मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बनाने की महत्वाकांक्षी योजना पर सरकार तेजी से अमल कर रही है।
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि यह मेडिकल कॉलेज भविष्य में निश्चय ही अपनी ऊंचाइयों को छू सकेगा तथा राज्य में चिकित्सा-व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में अग्रणी भूमिका निभाएगा। राज्यपाल ने कहा कि पटना में पी.एम.सी.एच., आई.जी.आई.एम.एस., एन.एम.सी.एच., पटना एम्स जैसे सरकारी चिकित्सा-संस्थान तथा राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल तेजी से विकास कर रहे हैं।
राज्यपाल ने आगे कहा कि निजी क्षेत्रों की भागीदारी के आधार पर भी स्वास्थ्य-सुविधाएं अगर राज्य में विकसित होती है, तो अन्तत: इसका लाभ आम जनता को ही मिलेगा, बशर्तें कि गरीब रोगियों को यहां पर्याप्त राहत दी जाए। राज्यपाल ने कहा कि दुनियां की सबसे बड़ी योजना और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’’ का लाभ हर एक लाभार्थी तक पहुंचाया जाए, इस योजना का विस्तार हो तथा इसकी सघन मॉनिटरिंग होती रहे, तो निश्चय ही चिकित्सा जगत के विकास में एक अद्भुत क्रांति देखने को मिलेगी।
राज्यपाल ने इस योजना में भरपूर सहयोग के लिए चिकित्सकों से अनुरोध किया। कार्यक्रम में राज्यपाल ने पटना मेडिकल कॉलेज की ऐतिहासिक गौरवशाली विरासत के अनुरूप इसे आधुनिक रूप में विकसित करने का आह्वान करते हुए सुझाया कि शताब्दी वर्ष तक के लिए पी.एम.सी.एच. के समग्र विकास की रूपरेखा अभी ही तैयार कर लेना बेहतर होगा।
वहीं, कार्यक्रम में मौजूद रहे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार पी.एम.सी.एच. को ‘वल्र्ड क्लास हॉस्पीटल’ बनाने की योजना कार्यान्वित करने जा रही है। उन्होंने आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के अधीन एम.एससी. (नर्सिंग) की पढ़ाई शीघ्र शुरू होने की उम्मीद जाहिर की। इस दौरान मंत्री जी ने पी.एम.सी.एच. परिसर में वृक्षारोपण करने का भी अनुरोध किया।
कार्यक्रम में पटना मेडिकल कॉलेज पूर्ववर्ती छात्रसंघ के अध्यक्ष डा. सत्यजीत कुमार सिंह तथा पटना मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.डा.विद्यापति चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.डॉ.अरूण कुमार अग्रवाल, पी.एम.सी.एच. के अधीक्षक डॉ.बिमल कुमार कारक, आयोजन-समिति के अध्यक्ष डॉ.डी.के.चौधरी, पूर्ववर्ती छात्रसंघ के सचिव डॉ.राम राज रवि, कॉलेज स्थापना-दिवस के अध्यक्ष प्रो.डॉ.उमेश प्रसाद भदानी समेत कई चिकित्सक, विद्यार्थी कार्यक्रम में शामिल हुए।