नई दिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और जाने-माने बल्लेबाज राहुल द्रविड़ की राय में अब एशिया महाद्वीप मे सिर्फ भारत-पाक क्रिकेट मैच ही चर्चा का विषय नहीं रह गये हैं। हाल फिलहाल अफगानिस्तान तेज रफ्तार से आगे बढ़ा है जिसने एशिया कप में श्रीलंका और बांग्लादेश को बुरी तरह हरा कर बता दिया है कि उसे क्रिकेट में बच्चा समझना भूल होगी। यहां मणिपाल हॉस्पिटल के उद्घाटन समारोह के चलते राहुल ने माना कि भारत और पाकिस्तान के बीच के मुकाबले हमेशा रोमांचक होते हैं किंतु अब वक्त आ गया है कि दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमी हकीकत को समझें और यह जानने का प्रयास करें कि अफगानिस्तान उनके लिए बड़ी सरदर्दी बनकर सामने डॅट गया है। द्रविड़ मानते हैं कि अफगानिस्तान अभी नया है पर उसने खेल के हर क्षेत्र में प्रगति की है।
उसने बांग्लादेश को 136 रनो हराया, जबकि श्रीलंका पर एक और धमाकेदार जीत दर्ज कर भविष्य के संकेत दिए। द्रविड़ की राय में अफगानिस्तान भारत और पाकिस्तान के लिए भी कड़ी चुनौती बन सकता है। इंग्लैंड के विरुद्ध खेली गई टेस्ट शृंखला को द्रविड़ ने आक्रामक और थकाऊ बताया और कहा की इंग्लैंड में भारतीय बल्लेबाजों को परिस्थितियों को समझने में भूल हुई पर गेंदबाजों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। भले ही भारत को हार का सामना करना पड़ा किंतु नतीजों को सकारात्मकता के साथ लेने की जरूरत है।
विराट की तरह धोनी, द्रविड़ भी क्रिकेट के लिये महत्वपूर्ण
हमारी टीम बहुत अच्छी थी लेकिन कुछ बल्लेबाज चल नहीं पाए। उन्हें हार से सीखने का मौका मिला है। द्रविड़ की राय में खेल विज्ञान और मनोविज्ञान की हर खेल में जरूरत है। क्रिकेट और तमाम खेलों में यदि बेहतर नतीजे लाने हैं तो अत्याधुनिक तकनीक और फिटनेस पर अधिकाधिक ध्यान देने की जरूरत है।
(राजेंद्र सजवान)