आजकल भारत से भागे हुए एक स्वामी काफी मशहूर हो रहे है। खास बात ये है कि इन्होंने अपना एक देश भी बना लिया है। आप लोग जरुर सोच रहे होंगे कि क्या ऐसा संभव है ? कभी आपने सोचा है आपके पास अपना ,एक देश हो, साथ ही साथ अपना खुद का तय किया हुआ बॉर्डर हो, अपनी सेना हो, अपनी करेंसी हो और अपना अलग संविधान हो और आप उस देश के शासक हों। ऐसे ही भारत से भगोड़े ‘स्वामी नित्यानंद’ ने अपना अलग देश बनाने का दावा किया था। जानकरी के अनुसार इस देश का नाम कैलासा है।
नित्यानंद को भारत के खिलाफ भाषण देना पड़ा महंगा
कहा जाता है इस देश को दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में बसाया है यहां उसने जमीन खरीदी और इसे अपना देश घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार भारत से इस देश की दूरी करीब 17 से 18 हजार किलोमीटर दूर है। नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया हाल ही में कैलासा की प्रतिनिधि के रूप में यूएन की मीटिंग में शामिल हुई थी। आगे बता दें उसने दावा किया कि हिंदू धर्म को मानने वाले 200 करोड़ लोग उनके देश के नागरिक हैं और इसमें 1 करोड़ लोग आदि शिव को मानने वाले हैं। उसने आगे कहा इस देश का एकमात्र धर्म हिंदू है और इसमें संस्कृत, तमिल और अंग्रेजी भाषाएं चलती हैं।
बता दें संयुक्त राष्ट्र में विजयप्रिया ने दावा किया था कि कैलासा में 20 लाख अप्रवासी हिंदू रहते हैं और 150 देशों में कैलासा ने एम्बेसी और एनजीओ खोले है। इतना ही नहीं भारत में रेप के आरोपों का सामने कर रहे भगोड़े नित्यानंद की प्रतिनिधि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल हुई थीं। बैठक में शिरकत करती नित्यानंद की प्रतिनिधि विजयप्रिया की तस्वीरें देशभर में वायरल हुईं, जिसने एक नई बहस को जन्म दिया लेकिन अब नित्यानंद की प्रतिनिधि के यूएन में पहुंचने पर संयुक्त राष्ट्र का जवाब आया है। यूएन का कहना है कि नित्यानंद की प्रतिनिधि ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो बयान दिया है, उस पर बिल्कुल विचार नहीं किया जाएगा। हालांकि, गलत भाषण देने के आरोप में यूएन ने इस भसहाँ पर विचार करने से इंकार कर दिया है।