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तमिलनाडु विधानसभा में हाई लेवल ड्रामा, राज्यपाल को करना पड़ा वॉकआउट

तमिलनाडु विधानसभा में शनिवार को सत्र के पहले दिन खूब ड्रामा देखने को मिला। यहां भारी हंगामे के बीच गवर्नर आरएन रवि को सदन से वॉकआउट करना पड़ा

तमिलनाडु विधानसभा में शनिवार को सत्र के पहले दिन खूब ड्रामा देखने को मिला। यहां भारी हंगामे के बीच गवर्नर आरएन रवि को सदन से वॉकआउट करना पड़ा। गवर्नर और मुख्यमंत्री एमके स्टालीन के बीच लंबे समय से विवाद रहा है, जो सदन में भी देखा गया। सीएम ने कहा कि रिकॉर्ड में सिर्फ सरकार द्वारा तैयार किए गए भाषण को ही शामिल किया जाए और गवर्नर द्वारा जोड़ी गई बातों को रिकॉर्ड में शामिल न किया जाए। 
 विवादों पर विधानसभा सत्र बुलाया गया
विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों के लंबित रहने और वैचारिक और नीतिगत मामलों में राज्यपाल आरएन रवि और सत्ताधारी दल और उसके सहयोगियों के बीच विवादों पर विधानसभा सत्र बुलाया गया है। गवर्नर रवि तमिलनाडु (राज्य का आधिकारिक नाम) के बदले तमिझगम शब्द का कथित तौर पर समर्थन कर रहे हैं, जिससे राजभवन और सत्ताधारी पार्टी और उसके सहयोगियों के बीच विवाद शुरू हो गया है।
गवर्नर पर बीजेपी की विचारधारा मानने का आरोप
द्रमुक और सहयोगी दलों ने रवि के रुख का कड़ा विरोध करते हुए उन पर भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को मानने का आरोप लगाया। तमिझगम और तमिलनाडु दोनों का मोटे तौर पर मतलब है, तमिलों की भूमि। तमिझगम विवाद पर भाजपा ने रवि का समर्थन किया है। 1967 में द्रमुक के सत्ता में आने के बाद तत्कालीन मद्रास राज्य का नाम बदलकर तमिलनाडु कर दिया गया था।
वॉकाआउट के बाद सदन हुआ स्थगित
यहां के पास परंदूर हवाई अड्डा परियोजना के लिए किसानों के विरोध समेत कई अन्य मुद्दों की गूंज सदन में सुनाई देने की उम्मीद है, लेकिन पहले दिन गवर्नर के सदन से वॉकाआउट करने के बाद सदन को स्थगित करना पड़ा। अन्नाद्रमुक के अंतरिम महासचिव के पलानीस्वामी (विपक्ष के नेता) और अपदस्थ पार्टी संयोजक ओ पन्नीरसेल्वम के बीच गतिरोध अब भी अदालत में जारी है, और यह देखा जाना बाकी है कि उनकी आपसी रस्साकशी सदन में देखने को मिलती है या नहीं।
सत्तारूढ़ दलों ने किया गवर्नर का विरोध
तमिलनाडु में सोमवार को विधानसभा का, इस साल का पहला सत्र शुरू हुआ और सत्तारूढ़ द्रमुक के सहयोगी दलों के विधायकों की नारेबाजी के बीच, राज्यपाल आरएन रवि ने अपना पारंपरिक संबोधन दिया। सदन की बैठक शुरू होने पर रवि ने तमिल में अपना भाषण शुरू किया। उन्होंने सदस्यों को नए साल की और फसल तैयार होने पर मनाए जाने वाले उत्सव ‘पोंगल’ की बधाई दी। 
राज्यपाल के खिलाफ हंगामा
इसी बीच सत्तारूढ़ द्रमुक के सहयोगी दलों के विधायकों ने राज्यपाल के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने तमिलनाडु वाझगवे (तमिलनाडु अमर रहे) और एंगल नाडु तमिलनाडु (तमिलनाडु हमारी भूमि है) के नारे लगाए। बहरहाल, कुछ देर बाद नारेबाजी बंद हो गई। राज्य में कांग्रेस, भाकपा और माकपा सत्तारूढ़ द्रमुक के सहयोगी दल हैं।

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