कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष के. सुधाकरन ने सोमवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर हमला बोलते हुए कहा कि वो गृह मंत्रालय का विभाग ठीक से हैंडल नहीं कर रहे हैं। उन्होंने मीडिया को भी लताड़ लगाई कि वो राज्य में जिस तरह का शासन चल रहा है, उसे उजागर करने में नाकाम रही है।
घटना में आरएसएस के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने…
जानकारी के मुताबिक सुधाकरन पिछले हफ्ते पलक्कड़ में हुए दोहरे हत्याकांड का जिक्र कर रहे थे। घटना में आरएसएस के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने एक एसडीपीआई कार्यकर्ता की हत्या कर दी और फिर, एसडीपीआई के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के एक नेता की हत्या कर दी। दोनों हत्याएं 24 घंटे के अंतराल मेंम हुई।उन्होंने कहा, विजयन के लिए अब समय आ गया है कि अगर उनमें कोई शर्म बची है तो वह गृह मंत्री का पद छोड़ दें। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 1,065 हत्याएं हुई हैं। यहां तक कि माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने भी काफी कुछ संकेत दिया है कि विजयन एसडीपीआई और आरएसएस के बीच चल रहे गतिरोध को संभालने में असमर्थ हैं।
किसी भी विभाग के साथ न्याय करने में असमर्थ रहे
इसके बाद सुधाकरन ने मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने कहा, विजयन पूरी तरह से अक्षम प्रशासक साबित हुए हैं क्योंकि वह किसी भी विभाग के साथ न्याय करने में असमर्थ रहे हैं, लेकिन मीडिया ने विज्ञापनों को लेकर उनका महिमामंडन किया है। यह ऐसा है कि मीडिया वही सवाल पूछ रही है जो विजयन को पसंद हो। मीडिया कोई धारदार सवाल नहीं करती। वैसे भी विजयन तीखे सवालों का सामना नहीं कर सकते। सुधाकरन और विजयन दोनों कन्नूर के रहने वाले हैं, लेकिन कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं जो एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।
घटना में आरएसएस के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने…
जानकारी के मुताबिक सुधाकरन पिछले हफ्ते पलक्कड़ में हुए दोहरे हत्याकांड का जिक्र कर रहे थे। घटना में आरएसएस के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने एक एसडीपीआई कार्यकर्ता की हत्या कर दी और फिर, एसडीपीआई के संदिग्ध कार्यकर्ताओं ने आरएसएस के एक नेता की हत्या कर दी। दोनों हत्याएं 24 घंटे के अंतराल मेंम हुई।उन्होंने कहा, विजयन के लिए अब समय आ गया है कि अगर उनमें कोई शर्म बची है तो वह गृह मंत्री का पद छोड़ दें। आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 1,065 हत्याएं हुई हैं। यहां तक कि माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालकृष्णन ने भी काफी कुछ संकेत दिया है कि विजयन एसडीपीआई और आरएसएस के बीच चल रहे गतिरोध को संभालने में असमर्थ हैं।
किसी भी विभाग के साथ न्याय करने में असमर्थ रहे
इसके बाद सुधाकरन ने मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने कहा, विजयन पूरी तरह से अक्षम प्रशासक साबित हुए हैं क्योंकि वह किसी भी विभाग के साथ न्याय करने में असमर्थ रहे हैं, लेकिन मीडिया ने विज्ञापनों को लेकर उनका महिमामंडन किया है। यह ऐसा है कि मीडिया वही सवाल पूछ रही है जो विजयन को पसंद हो। मीडिया कोई धारदार सवाल नहीं करती। वैसे भी विजयन तीखे सवालों का सामना नहीं कर सकते। सुधाकरन और विजयन दोनों कन्नूर के रहने वाले हैं, लेकिन कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं जो एक-दूसरे को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं।