मध्य प्रदेश के उपचुनाव इस समय सियासत अखाड़े का नया अड्डा बना गया है। प्रदेश की सत्ता में बैठे शिवराज सिंह चौहान और विपक्षी दल कांग्रेस एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि राज्य में चल रहे उपचुनावों के नतीजों से केंद्र और राज्य की सरकारों के भविष्य पर कोई असर नहीं होगा, लेकिन मतदाता इनके जरिए महंगायी और बेरोजगारी के विरोध में तथा किसान आंदोलन के समर्थन में अपना मत व्यक्त कर‘मोदी, शाह और शिवराज’को सबक जरूर सिखा सकते हैं।
आम आदमी और गरीब महंगाई से सबसे अधिक परेशान है
सिंह ने खंडवा संसदीय क्षेत्र के अधीन आने वाले सिंगोट में कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पुरनी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया। उपचुनावों के दौरान अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि मौजूदा दौर में आम आदमी और गरीब महंगाई से सबसे अधिक परेशान है।
पेट्रोल, डीजल, खाद्यान्न, तेल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। लोगों के समक्ष रोजगार का संकट है। दस माह से किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन चल रहा है।
नोटबंदी जैसे कदमों से भी आम आदमी परेशान हुआ है
कांग्रेस नेता ने कहा कि इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की नीतियां लगातार गरीब, किसान और आम आदमी के विरोध में चलते हुए बड़ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाली हैं। उन्होंने कहा कि गरीब और आम आदमियों से कर वसूली कर देश के बड़ बड़ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। नोटबंदी जैसे कदमों से भी आम आदमी परेशान हुआ है और बड़ लोगों को लाभ पहुंचा है।
पेट्रोल और डीजल पर टैक्स से ही केंद्र सरकार कई लाख करोड़ रुपए कमा रही है-
राज्यसभा सांसद ने कहा कि कोरोना की नि:शुल्क वैक्सीन देश के नागरिकों को मुहैया कराने की बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्य पर लगभग 30 हजार करोड़ रुपए व्यय होने की बात सामने आ रही है। जबकि पेट्रोल और डीजल पर कर से ही केंद्र सरकार कई लाख करोड़ रुपए कमा रही है। इसके अलावा हजारों करोड़ की रियायत बड़ उद्योगपतियों को दी जा रही हैं। इसी तरह मध्यप्रदेश में चौहान की सरकार गरीबों की विरोधी है।
भाजपा नेता इस समय अनियंत्रित हो गए हैं
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता इस समय अनियंत्रित हो गए हैं और लोगों को इन उपचुनावों के जरिए उन पर नकेल डालने का कार्य करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा करके आम जनता भाजपा नेताओं को अच्छा सबक सिखा सकती है।
उन्होंने सभा में मौजूद लोगों को ऐसा करने का संकल्प भी दिलाया। सिंह ने इस अवसर पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुभाष यादव का स्मरण भी किया और कहा कि उनके पुत्र अरुण यादव पहले खंडवा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन बाद में उन्होंने पारिवारिक कारणों से उपचुनाव लड़ने से मना कर दिया। इसके बाद कांग्रेस ने राजनारायण सिंह पुरनी को टिकट दिया और वे चुनाव लड़ने तैयार हो गए। खंडवा में 30 अक्टूबर को मतदान है। मुख्य मुकाबला कांग्रेस के श्री पुरनी और भाजपा के ज्ञानेश्वर पाटिल के बीच है।