भिलाई : केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द, सिंह ने भिलाई इस्पात संयंत्र में कल गैस रिसाव के बाद से लगी आग से 12 कर्मचारियों की मौत एवं 13 के गंभीर रूप से घायल होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए संयंत्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को तुरंत हटाने एवं दो अधिकारियों को निलम्बित करने की घोषणा की है। श्री सिंह ने आज मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के साथ भिलाई संयंत्र का दौरा करने एवं संयंत्र अस्पताल में घायल लोगो एवं उनके परिजनों से मुलाकात के बाद पत्रकारों को यह जानकारी दी।
उन्होने भारतीय इस्पात प्राधिकरण द्वारा घटना की जांच के लिए बनाई गई एक समिति के अलावा इस्पात मंत्रालय की ओर से भी एक अलग जांच समिति बनाने की घोषणा की जिसमें देशभर के जाने माने विशेषज्ञों को शामिल कर घटना के कारणों एवं इसमें बरती गई लापरवाही के बारे में रिपोर्ट देने को कहा जायेगा। उन्होने बताया कि किसी भी दोषी को कतई बख्शा नही जायेगा।शुरूआती कार्रवाई करते हुए संयंत्र के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम.रवि को हटा दिया गया है,तथा महाप्रबन्धक सुरक्षा एवं महाप्रबन्धक ऊर्जा को निलम्बित कर दिया गया है।उन्होने बताया कि आज शाम तक संयंत्र के नए मुख्य कार्यपालन अधिकारी की नियुक्ति कर दी जायेगी। श्री सिंह ने इसे काफी बड़ दुर्घटना मानते हुए कहा कि जांच के बाद सही स्थिति का पता चलेगा लेकिन उनका शुरूआती तौर पर मानना है कि गैस पाइप लाइन विस्तार में नई तकनीक का अगर इस्तेमाल किया जाता तो इस गंभीर हादसे से बचा जा सकता था।
उन्होने कहा कि जांच के लिए गठित समिति को सात दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा जायेगा। श्री सिंह ने बताया कि इस हादसे में नौ लोगो की संयंत्र के भीतर तथा तीन गंभीर रूप से घायल लोगो की उपचार के दौरान मौत हुई है। कुछ गंभीर रूप से घायल है जिनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल लोगो को दिल्ली भी उपचार के लिए भेजने की उन्होने पेशकश की,पर चिकित्सकों ने जहां उन्हे इससे परेशानी बढ़ने की संभावना जताई वहीं परिजन भी संयंत्र अस्पताल में हो रहे इलाज पर सन्तोष जताया। उन्होने बताया कि म़तको के परिजनों को अनुग्रह राशि 25 लाख की बजाय 30 लाख,गंभीर रूप से घायलों को 10 लाख की बजाय 15 लाख तथा मामूली रूप से घायलों को दो लाख रूपए की अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया गया है।
राज्य में विधानसभा चुनावों की वजह से आचार संहिता लागू होने के कारण चुनाव आयोग से इसके लिए अनुमति ली गई है। श्री सिंह ने कहा कि मृतकों एवं गंभीर रूप से घायल कर्मचारियों के परिजनों को नौकरी भी देने का निर्णय लिया गया है। उनके परिजनों के नौकरी के इच्छुक नही होने पर मृत एवं गंभीर रूप से घायल कर्मचारियों की शेष सेवा अवधि तक वेतन दिया जायेगा।उन्होने कहा कि धिकारियों को उन्होने निर्देशित कर दिया है कि प्रक्रिया में विलम्ब नही होना चाहिए। इससे पूर्व श्री सिंह ने मुख्यमंत्री डा.सिंह के साथ भिलाई संयंत्र अस्पताल का दौरा किया,जहां उन्होंने भिलाई इस्पात संयंत्र के हादसे में घायल श्रमिकों के स्वास्थ्य और उनकी उपचार व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होने अस्पताल परिसर में ही एक संक्षिप्त बैठक में कल के सम्पूर्ण घटना क्रम पर विचार-विमर्श किया।