हरिद्वार : भाकियू के प्रदेश प्रभारी महंत शिवमपुरी त्रिकालदर्शी महाराज ने किसान आंदोलन की जानकारी देते हुए बताया कि पूरे उत्तराखण्ड के किसान दिल्ली कूच करने की तैयारियां जोरो शोरों से कर रहे हैं। किसानो की विभिन्न समस्याओं व मांगों को लेकर हरिद्वार से प्रारम्भ होने वाली किसान क्रांति यात्रा निर्णायक सिद्ध होगी। त्रिकालदर्शी ने बताया कि 23 सितम्बर को महात्मा टिकैत घाट से शुरू होने वाली किसान क्रांति यात्रा में प्रदेश के किसान भारी संख्या में सम्मिलित होंगे।
यात्रा 2 अक्टूबर को दिल्ली पहुंचेगी। जहां लाखों किसान भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत व राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के बाद किसानों की समस्याओं को लेकर क्रांति का बिगुल फूंकेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार किसानों के हितों को लेकर फैसले नहीं ले पा रही है। देश का किसान आर्थिक रूप से कमजोर हो रहा है। कर्ज के बोझ से दबे किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं। किसानों की आय दोगुना करने की केंद्र सरकार की घोषणा भी जुमला सिद्ध हुई है।
केंद्र सरकार किसानों की कर्ज माफी को लेकर गंभीर नहीं है : देश का किसान तंगहाली में अपना जीवन जी रहा है। किसानों के परिवार गरीबी में अपना जीवन जी रहे हैं। उन्होंने मांग की कि किसानों के हित में बनी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को तत्काल लागू किया जाए। 60 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी किसानों को पेंशन दी जाए। फसल बीमा योजना में किसान के खेत को इकाई माना जाए। ट्रैक्टर व कृषि उपकरणों को जीएसटी के दायरे से बाहर किया जाए। किसानों को मुफ्त बिजली दी जाए। देश का किसान खुशहाल होगा तो देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।
प्रदेश सरकार किसानों का गन्ना बकाया भुगतान नहीं कर पा रही है। चीनों मिलों पर बकाया किसानों को तुरंत दिया जाए। जिससे किसान अपनी जरूरतें पूरी कर सकें। उन्होंने प्रदेश के किसानों से अपील की ज्यादा से ज्यादा संख्या में यात्रा में शामिल हों। इस अवसर पर मण्डल प्रवक्ता निशांत चौधरी, जिला अध्यक्ष विजय शास्त्री, जिला उपाध्यक्ष अर्जुन सैनी, नगर अध्यक्ष अभिषेक शर्मा, नगर महामंत्री पुष्पेंद्र कश्यप, सुकरमपाल सिंह, संजय चौधरी, आशीष कुमार, गौरव चक्रपाणी आदि भी मौजूद रहे।
– संजय चौहान