पाठ्यक्रम को दोबारा पढ़ने को लेकर परेशान और परीक्षा में पिछले प्रदर्शन जैसे या फिर उससे बेहतर करने को लेकर चिंतित देश भर में 12वीं कक्षा के करीब छह लाख विद्यार्थी बुधवार को फिर से होने वाली अर्थशास्त्र की परीक्षा में शामिल होंगे। प्रश्न-पत्र लीक होने के बाद सीबीएसई ने परीक्षा को रद्द कर दिया था। देश भर के चार हजार केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
बोर्ड ने विदेशी विद्यार्थियों को दोबारा से होने वाली परीक्षा में शामिल होने से छूट दी है। बोर्ड ने अपनी जांच में पाया कि पेपर लीक होने का प्रभाव उनके नतीजों पर नहीं पड़ेगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया, ‘बुधवार को चार हजार केंद्रों पर होने वाली परीक्षा में करीब छह लाख विद्यार्थी शामिल होंगे।’
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने परीक्षा कराने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं, जिन्हें सुरक्षा कारणों से उजागर नहीं किया जा सकता। दूसरी बार परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों ने बताया कि वे कम तैयारी को लेकर चिंतित नहीं है, बल्कि इस बार कठिन प्रश्न-पत्र की संभावना को लेकर चिंतित हैं।
मायापुरी स्थित टैगोर सीनियर सेकंडरी स्कूल की छात्रा सृष्टि ने कहा, ‘दोबारा से पेपर देना बड़ा तकलीफदेह है। मैंने उसी तरीके से तैयारी की, जैसे पिछली बार की थी। लेकिन कुछ कह नहीं सकते अगर उन्होंने कठिन पेपर तैयार किया हो।’ इससे पहले परीक्षा 26 मार्च को हुई थी, लेकिन पेपर लीक की खबरें मीडिया में आने के बाद उसे रद्द कर 25 अप्रैल को दोबारा निर्धारित किया गया।
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