महाराष्ट्र के भंडारा अस्पताल में आग लगने की घटना से जिन नवजातों की मौत हुई है उनके परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दिए जाने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को मंजूरी दे दी।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री ने इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये की राशि देने को भी मंजूरी दी।
महाराष्ट्र के भंडारा अस्पताल में शनिवार को आग लगने 10 नवजातों की मौत हो गई थी। नागपुर से करीब 65 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के भंडारा शहर में चार मंजिला जिला अस्पताल की स्पेशल नवजात देखभाल इकाई में शनिवार को आग लग गई थी।
वहीं हादसे में दस शिशुओं की मौत पर नाराजगी प्रकट करने के लिए भाजपा द्वारा बुलाये गये बंद के दौरान सोमवार को जिले के ज्यादातर हिस्सों में बाजार एवं अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिले में बाइक रैली निकाली और लोगों से प्रतिष्ठान बंद रखने एवं बंद का समर्थन करने की अपील की।
भंडारा से भाजपा सांसद सुनील मेंढे ने रविवार को कहा था कि उनकी पार्टी शनिवार को एक अस्पताल में आग लगने की घटना की न्यायिक जांच या सेवानिवृत न्यायाधीश से जांच चाहती है। मेंढे ने कहा कि पार्टी यह भी चाहती है कि प्रभावित परिवारों को दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। जिला अस्पताल में आग लगने से दस शिशुओं की जान चली गयी थी।
रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा किये गये अस्पताल के दौरे का जिक्र करते हुए भाजपा सांसद ने कहा था कि पार्टी को उम्मीद थी कि वह सिविल सर्जन, डॉक्टरों और अन्य कर्मियों को तत्काल निलंबित करेंगे और विस्तृत जांच का आदेश देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा था कि भाजपा ने सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए सोमवार को भंडारा में बंद का आह्वान करने का फैसला किया है।