पश्चिमी दिल्ली: दिल्ली की आबोहवा को बेहतर बनाने के लिए बाहरी दिल्ली में एक बड़े स्तर के पार्क की मांग की जा रही है। इस मांग को लेकर इससे जुड़े लोगों ने एक अभियान छेड़ रखा है। इस कड़ी में रविवार को बाहरी दिल्ली के मुंडका इलाके में स्थानीय लोगों ने एक पैदल मार्च का आयोजन किया। इस मार्च में बड़ी संख्या में बच्चे, महिलाएं एवं बुजुर्ग शामिल हुए। सबका बस एक ही मकसद था दूसरे लोगों को हरियाली और दिल्ली की आबोहवा को सुधारने के लिए जागरूक करना। इस दौरान पंफलेट भी बांटे गए। मार्च में शामिल लोगों का कहना था कि अब पार्क नहीं तो वोट भी नहीं देंगे। लोगों का कहना था कि एक बार इस जमीन पर फैक्ट्रियां बन गई तो फिर यहां पार्क नहीं बन पाएगा। इसके कारण प्रदूषण का स्तर और बढ़ जाएगा।
यदि यहां इंडस्ट्रियल एरिया बनता है तो बेशक सरकार कहती है कि यह फैक्ट्रियां प्रदूषण नहीं करेंगी लेकिन इन फैक्ट्रियों को सर्विस करने के लिए हजारों ट्रकों की आवाजाही से यातायात बढ़ेगा। लिहाजा इस क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ेगा। मार्च कर रहे लोगों ने बताया कि मास्टर प्लान के तहत प्रत्येक एरिया का एक न्यूनतम क्षेत्र ग्रीन यूज के रूप में रखा जाता है लेकिन मुंडका-किराड़ी क्षेत्र में लगभग 6.30 लाख लोगों पर कोई भी ग्रीन एरिया नहीं है।
बता दें कि बीते सप्ताह ही एक बार फिर से रानीखेड़ा क्षेत्र में लैंडफिल साइट बनाने को लेकर संबंधित एजेंसियों से विचार करने एनजीटी ने दिशा-निर्देश जारी किए थे। एनजीटी ने दिल्ली स्टेट इंडिस्ट्रयल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डीएसआईआईडीसी) को तीनों निगमों को बैठक करने के लिए निर्देशित किया था। सितम्बर माह के गाजीपुर हादसे के बाद रानीखेड़ा में कूड़ा डंप करने को लेकर खूब हंगामा मचा था।
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