रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पार्टी पर राफेल विमान की कीमत को लेकर लोगों को सोचसमझकर ‘‘गुमराह’’ करने का आरोप लगाया। रक्षा सौदे में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के लिए गांधी परिवार पर हमला बोलते हुए सीतारमण ने कहा कि मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को अनसुना कर उन्होंने ‘‘कमाल की ढिठाई’’ दिखाई है। मुंबई में भाजपा कार्यालय पर उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस जानते बूझते राफेल विमान की कीमत पर लोगों को गुमराह कर रही है।’’
उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के राफेल सौदे के संबंध में दायर याचिकाओं पर शीर्ष अदालत के फैसले को अनसुना करने के रुख को, ‘‘कमाल की ढिठाई’’ कहा जा सकता है। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा था कि फ्रांस से 36 विमान खरीदने का निर्णय लेने की प्रक्रिया पर संदेह करने की कोई वजह नहीं है और साथ ही 58,000 करोड़ रुपए के इस सौदे के खिलाफ अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए दायर सभी याचिकाओं को भी खारिज कर दिया था।
राफेल डील : सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की जांच की मांग वाली सभी याचिकाएं
सुप्रीम कोर्ट ने आज राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर सभी जांच की मांग वाली याचिका खारिज कर दी। सीजेआई रंजन गोगोई का कहना है कि ऑफसेट पार्टनर की पसंद में हस्तक्षेप का कोई कारण नहीं है और व्यक्तियों की धारणा रक्षा खरीद के संवेदनशील मुद्दे में पूछताछ को बढ़ाने के लिए आधार नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा , ‘हम 126 एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए सरकार को मजबूर नहीं कर सकते हैं और कोर्ट के लिए इस मामले के हर पहलू की जांच करने के लिए उचित नहीं है। मूल्य निर्धारण विवरण की तुलना करने के लिए यह कोर्ट का काम नहीं है। हम संतुष्ट हैं कि प्रक्रिया पर संदेह करने का कोई अवसर नहीं है। एक देश को पूर्वनिर्धारित नहीं किया जा सकता है।
कोर्ट के लिए अपीलकर्ता प्राधिकारी के रूप में बैठने और सभी पहलुओं की जांच करने के लिए सही नहीं है। और हमें इस सौदे में किसी भी तरह की कोई भी घोटाले बाज़ी नहीं लगती। वही सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रोष जताते हुए प्रशांत भूषण ने कहा, हमारी राय में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पूरी तरह गलत है, अभियान निश्चित रूप से नहीं गिर जाएगा और हम तय करेंगे कि क्या हम एक समीक्षा याचिका दायर करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, राफले सौदे में कोर्ट ने जांच की मांग याचिका खारिज कर दी। मामला शुरुआत से ही क्रिस्टल स्पष्ट था और हम कह रहे हैं कि कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोप निराधार थे और राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए।