नई दिल्ली : नई दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस की 14 दिसंबर को होने वाली भारत बचाओ रैली में पार्टी की हरियाणा इकाई की अहम भूमिका रहेगी। इस रैली की सफलता सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने प्रदेश कांग्रेस विधायकों सहित हारे हुए पार्टी प्रत्याशियों की एक संयुक्त बैठक दिल्ली में हुई।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रधान कुमारी शैलजा सहित प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रमुख कांग्रेस नेताओं को भी बुलाया गया था। दिल्ली कांग्रेस की होने वाली रैलियों में पार्टी की हरियाणा इकाई की हमेशा अहम भूमिका रही है। रामलीला मैदान में चाहे सत्ता में रहते हुए कांग्रेस की रैलियां हुईं या फिर सत्ता से बाहर रहते हुए, सभी में दिल्ली से लगते हरियाणा के जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, झज्जर तक से कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाई जाती है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस के 31 विधायक जीतकर आए हैं इसलिए प्रदेश प्रभारी गुलाम नबी आजाद सभी विधायकों सहित दिल्ली के नजदीक के जिला के हारे हुए कांग्रेस प्रत्याशियों को रैली में भीड़ जुटाने के लिए प्रेरित किया। इस बैठक में हिस्सा लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आर्थिक मंदी ने गरीब आदमी की कमर तोड़ दी है। हरियाणा भाजपा की सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार खत्म कर दिए हैं।
उन्होंने बैठक में पार्टी प्रभारी गुलाम नबी आजाद को आश्वासन दिया कि इस रैली में हरियाणा की भागीदारी जोरदार रहेगी। हरियाणा कांग्रेस के सभी 31 विधायक व विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे सभी नेता एक रैली के लिए पूरा जोर लगाएंगे। बैठक में पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा ने बोलते हुए कहा कि पार्टी 7 नवम्बर से हरियाणा में विरोध-प्रदर्शन कर रही है।
इस जिले में कांग्रेस के विरोध-प्रदर्शन से सरकार में घबराहट पैदा हो गई है। कांग्रेस आम आदमी की आवाज को प्रमुखता से उठाकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को आश्वासन दिया कि वह पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ये दावे के साथ कह सकती है कि इस रैली में हरियाणा की उपस्थिति सबसे ज्यादा रहेगी।