उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बुधवार को केंद्र सरकार से ‘सौभाग्य योजना’ की मीयाद इस साल दिसंबर तक बढ़ाए जाने की मांग की।
शर्मा ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री राजकुमार सिंह को लिखे पत्र में मांग की है कि काफी संख्या में नए बिजली कनेक्शन के आवेदनों के मद्देनजर सौभाग्य योजना की अवधि और इससे संबंधित मूलभूत ढांचे को तैयार करने के लिए परियोजना के क्रियान्वयन की अवधि इस साल दिसंबर तक बढ़ाई जाए।
गौरतलब है कि सौभाग्य योजना की अवधि इस साल 31 मार्च को खत्म हो चुकी है मगर इसका बचा हुआ काम अभी किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी मांग की कि कृषि संबंधी कामों के लिए बिजली फीडर को अलग अलग करने से काफी फायदा हो रहा है लिहाजा बाकी सभी फीडरों को अलग करने के लिए ऊर्जा मंत्रालय जल्द मंजूरी दे। शर्मा ने पत्र में कहा कि ‘उदय योजना’ के तहत ऊर्जा मंत्रालय के साथ किए गए करारनामे की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ाई जानी चाहिए।
उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में पहल करके 40 लाख स्मार्ट मीटर मीटर लगाने की परियोजना संचालित कर रहा है। प्रदेश के छूटे हुए शहरों में केंद्र सरकार की नीति के अनुसार स्मार्ट मीटर लगाने के लिए ऊर्जा मंत्रालय से जल्द ही वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए।
शर्मा ने पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार की मदद से सौभाग्य योजना के तहत प्रदेश के सभी मजरों का विद्युतीकरण किया गया है। साथ ही बिजली वितरण तंत्र के विस्तार और उसे मजबूती देने के लिए कई महत्वपूर्ण पर योजनाएं लागू की गई हैं, मगर अभी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए ऊर्जा मंत्रालय की मदद की जरूरत है।