प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेज जाने वाले युवाओं से कहा कि उन्हें अध्ययन करने के साथ नई -नई चीजें खोज़ने, नई भाषाएं एवं कौशल सीखने तथा संस्कृति एवं पर्यटन स्थलों के बारे में जानना चाहिए। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “किताबों के बिना कोई चारा नहीं है। अध्ययन करना पड़ता है, लेकिन नई -नई चीजें खोज़ने की प्रवृति भी होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि पुराने दोस्तों का अपना महामूल्य है। बचपन के दोस्त मूल्यवान होते हैं, लेकिन नये दोस्त चुनना, बनाना और बनाए रखना, यह अपने आप में एक बहुत बड़ी समझदारी का काम होता है। पीएम मोदी ने छात्रों से कहा, “कुछ नया सीखें, जैसे नया कौशल, नई भाषाएँ सीखें। जो युवा अपने घर छोड़कर बाहर किसी और जगह पर पढ़ने गए हैं, वे उन जगहों के बारे में खोज करें, वहाँ के लोगों को, भाषा को, संस्कृति को जानें, वहाँ के पर्यटन स्थल जाएं, उनके बारे में जानें।”
प्रधानमंत्री ने कालेज जाने वाले छात्रों से कहा कि नई पारी प्रारम्भ कर रहे सभी नौजवानों को उनकी शुभकामनाएं हैं। प्रधानमंत्री से सत्यम नामक एक छात्र ने पूछा था कि उसने इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष में दाखिला लिया है। ऐसे में उसके जैसे छात्रों के लिए प्रधानमंत्री का क्या सन्देश है।
मोदी ने कहा कि जुलाई और अगस्त के महीने किसानों और नौजवानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि यह कालेजों का महत्वपूर्ण समय होता है। उन्होंने कहा कि ‘सत्यम’ जैसे लाखों युवा स्कूल से निकल कर कालेज जाते हैं। अगर फरवरी और मार्च परीक्षा पत्र में जाते हैं तो अप्रैल और मई के महीने छुट्टियों में मौज़मस्ती करने के साथ-साथ परिणाम और जीवन में आगे की दिशाएँ तय करने, करियर पर विचार करने में लगते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जुलाई में युवा अपने जीवन के उस नये चरण में कदम रखते हैं जब ध्यान प्रश्नों से हटकर कटऑफ पर चला जाता है। उन्होंने कहा कि छात्रों का ध्यान घर से हॉस्टल पर चला जाता है। छात्र अभिभावक की छाया से प्रोफेसर की छाया में आ जाते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे पूरा यकीन है कि मेरे युवा-मित्र कालेज जीवन की शुरुआत को लेकर उत्साहित और खुश होंगे। पहली बार घर से बाहर जाना, गांव से बाहर जाना, एक संरक्षित माहौल से बाहर निकल करके खुद को ही अपना सारथी बनाना होता है।”
उन्होंने कहा कि इतने सारे युवा पहली बार अपने घरों को छोड़कर, अपने जीवन को एक नयी दिशा देने निकल आते हैं। कई छात्रों ने अभी तक अपने-अपने कालेज ज्वाइन कर लिए होंगे, कुछ करने वाले होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा “आप लोगों से मैं यही कहूँगा शांत चित्त होकर रहें, जीवन में अन्तर्मन का भरपूर आनंद लें।”