छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आईटीबीपी और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबल ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। इस मुठभेड़ में पांच लाख की इनामी कुख्यात महिला नक्सली जरीना पोटाई को मार गिराया। घटना स्थल से जवानों ने 2 बंदूक के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है। मुठभेड़ में महिला नक्सल कमांडर जरीना की मौत को सुरक्षाबल एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रहे हैं। आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच यह मुठभेड़ कोहका थाना के कोंडाल पहाडी श्रेत्र में बुधवार सुबह हुई है।
आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बुधवार सुबह आईटीबीपी की 44वीं बटालियन के टीम, स्थानीय पुलिस के साथ सर्च ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी। सुबह करीब 8:30 बजे सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने पहाड़ी में मौजूद नक्सलियों को घेर लिया। खुद को सुरक्षाबलों से घिरा पाकर नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जिसका सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब देना शुरू किया। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के सामने नक्सली कुछ पल ही टिक सके। मुठभेड़ खत्म होने के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की जाँच शुरू की।
इस दौरान सुरक्षाबलों ने मौके से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया। बाद में, इस महिला नक्सली की पहचान कमांडर जरीना पोटाई के रूप में हुई। आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ में मारी गई महिला नक्सली जरीना पोटाई मूल रूप से बीजापुर इलाके की रहने वाली थी। यह महिला नक्सली मोहला-औधी एरिया कमेटी सदस्या थी।इसके कब्जे से सुरक्षाबलों ने 12 बोर की एक बंदूक सहित भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया है।
उन्होंने बताया कि जरीना के खिलाफ मानपुर सब डिवीजन के 4 थानों में करीब 16 अपराध मामले रजिस्टर हैं। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारी गई नक्सली जरीना पोटाई के ऊपर छत्तीसगढ़ शासन का 5 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया हुआ था। वह 2005 से मानपुर सब डिवीजन में सक्रिय थी। मुठभेड़ स्थल से आईटीबीपी की टीम ने भारी दादात में हथियार, गोला-बारूद सहित अन्य सामान बरामद किया है।