राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं की अधिक भागीदारी का रविवार को आह्वान किया। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी), राउरकेला के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा,‘‘प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं के विकास और उत्कृष्टता प्राप्त करने से हमारे राष्ट्रीय विकास में एक नया आयाम जुड़ेगा।’’
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा खासकर विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग तथा गणित के क्षेत्र में अधिक संख्या में लड़कियों को जाना चाहिए। हाल के एक सर्वेक्षण के हवाले से उन्होंने कहा कि भारत में इंजीनियरिंग तथा प्रौद्योगिकी संस्थानों में लड़कियों के पंजीयन की दर महज 20 फीसदी है। राष्ट्रपति ने कहा,‘‘लड़कियों को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में शिक्षा प्राप्त करने और अन्य क्षेत्रों के समान ही इस क्षेत्र में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा हमारी बेटियां, बेटों को पीछे छोड़ रही हैं और कला तथा अन्य क्षेत्रों में उनके मुकाबले अधिक स्वर्ण पदक प्राप्त कर रही हैं।’’ कोविंद ने कहा कि एनआईटी राउरकेला में स्वर्ण पदक विजेता सात लोगों में से तीन लड़कियां हैं और अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों में भी ऐसा ही है। उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि ‘उन्नत भारत अभियान’ के तहत संस्थान पांच गांवों को गोद ले रहा है।