वानखेड़े स्टेडियम के कुछ परिसरों को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने को लेकर शिवसेना के दो दिग्गज नेता आदित्य ठाकरे और संजय राउत आमने-सामने आ गए है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने विश्वप्रसिद्ध वानखेड़े स्टेडियम को क्वरंटीन सेंटर में तब्दील करने की योजना शुरू की है।
संजय राउत ने बीएमसी के इस कदम का रविवार को स्वागत किया और ब्रेबॉर्न स्टेडियम में भी इसी प्रकार का केंद्र बनाए जाने का सुझाव दिया। वहीं महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री एवं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने राउत के सुझाव का विरोध करते हुए कहा कि स्टेडियमों के मैदान की जमीन मिट्टी की है और मानसून में वे इस्तेमाल करने लायक नहीं होंगे।
राउत ने बीएमसी के इस कदम का स्वागत करते हुए ट्वीट किया, ‘‘वानखेड़े स्टेडियम को अपने हाथ में लेकर क्वरंटीन सेंटर बनाने का फैसला अच्छा है। उद्धव ठाकरे कार्यालय को मेरा सुझाव है कि क्यों न ब्रेबोर्न स्टेडियम का इस्तेमाल भी इस काम के लिए किया जाए? इसमें आवश्यक सुविधाएं हैं।’’
All resources need to be utilized in Mumbai to fight against #Covid_19india.good call on taking up wankhede stadium to develop a quarantine facility..suggestion to @OfficeofUT – why not take over Brabourne stadium as well?It has much needed facilities @PawarSpeaks @AUThackeray
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) May 17, 2020
राउत ने इस ट्वीट में आदित्य और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को भी टैग किया। हालांकि राउत के सुझाव को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने ठुकराते हुए ट्वीट किया, ‘‘संजय जी, हम स्टेडियमों या खेल के मैदानों को नहीं ले सकते क्योंकि उनकी मिट्टी की जमीन होती है और वे मानसून में इस्तेमाल करने योग्य नहीं होंगे। ठोस/कंकरीट की जमीन वाला खुला स्थान ही इस्तेमाल के लायक होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यदि मानसून आने वला नहीं होता, तो ये बहुत उपयोगी होते।’’ दरअसल, बीएमसी ने एमसीए को एक चिट्ठी लिखकर वानखेड़े स्टेडियम का इस्तेमाल एक क्वारंटीन सेंटर के रूप में करने की इजाजत मांगी है। बीएमसी ने अपनी चिट्ठी में एमसीए से कहा है कि वह बीएमसी से इमर्जेंसी स्टाफ और कोरोना के पेशेंट्स की क्वारंटीन फसिलिटी बनाने के लिए वानखेड़े स्टेडियम का इस्तेमाल करना चाहती है।