बिहार चुनाव परिणाम को लेकर पार्टी हाईकमान पर कपिल सिब्बल के हमले के बाद कई कांग्रेस नेता नेतृत्व का बचाव करने में जुट गए हैं। कई लोगों ने सिब्बल के सार्वजनिक बयान की खुल कर आलोचना की। हरियाणा कांग्रेस के नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने सिब्बल पर हमला करते हुए कहा कि सिब्बल तो अपनी लोकसभा सीट तक नहीं जीत सकते। यादव ने हार के लिए राहुल गांधी को दोषी ठहराने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी पर भी निशाना साधा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, चुनाव में हार के कई कारण होते हैं। लेकिन हर बार कांग्रेस नेताओं ने पार्टी नेतृत्व में दृढ विश्वास दिखाया है और इसीलिए हर संकट के बाद हम इससे मजबूत होकर उभरे। उन्होंने कहा, कपिल सिब्बल को मीडिया में पार्टी के आंतरिक मुद्दे को उछालने की कोई जरूरत नहीं थी, इससे देश भर में पार्टी कार्यकतार्ओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो इस राष्ट्र को एकजुट रख सकती है और इसे व्यापक विकास के रास्ते पर आगे ले जा सकती है। हमने हर संकट में सुधार किया है और 2004 में सोनिया गांधी के कुशल नेतृत्व में यूपीए सरकार का गठन किया। हम इस समय को भी दूर करेंगे।
पार्टी के प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा कि राहुल गांधी एक विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं। बता दें कि सोमवार को कपिल सिब्बल, जो उन 23 नेताओं में से एक थे जिन्होंने पार्टी में व्यापक सुधार की मांग करते हुए एक पत्र लिखा था, ने पार्टी नेतृत्व के कामकाज पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि वो बोलने के लिए सार्वजनिक रूप से मजबूर थे क्योंकि पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कोई मंच नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि कांग्रेस को चुनावों का प्रबंधन करने के लिए कुशल और वरिष्ठ नेताओं की आवश्यकता है।
उनके बयान, जो बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में उपचुनावों में हार के मद्देनजर आए थे, को राहुल गांधी की टीम पर एक स्पष्ट हमले के रूप में देखा जा रहा है, जिनकी टीम चुनाव प्रक्रिया में शामिल थी। सिब्बल ने इस पर भी नाराजगी जताई कि पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता ने बिहार के नतीजों पर बात नहीं की।